
कुंदन की शहादत पर सहरसा सहित मधेपुरा के लोगों को गर्व है भारत की सीमा को सुरक्षित रखने वाला सेना के जवानों में सहरसा के वीर सपूत कुंदन कुमार का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार की देर शाम तक गांव नहीं पहुंचा था! इस बीच कुंदन कुमार की शहादत की खबर के बाद आरन और घैलाढ़ के इनरवा गांव में मंगलवार की रात से ही मातम छा गया है! शहीद कुंदन के ससुराल इनरवा गांव में उसके ससुर बहादुर यादव समेत घर की महिलाएं बदहवास है! घैलाढ़ के इनरवा गांव वार्ड नंबर 7 निवासी बहादुर यादव ने बताया कि 2013 में पुत्री बेबी की शादी कुंदन से की थी! आज उसका सुहाग उजर गया लेकिन इस बात का गर्व है कि मेरा दामाद देश के एवं भारत मां की रक्षा करते-करते शहीद हुए! लेकिन मैं फिर भी हिम्मत नहीं हारा हूं देश की रक्षा एवं भारत माता की रक्षा करने के लिए हमको दो नाती है मैं उनको भी दुश्मनों से लड़ने के लिए भेजूंगा!