
मधेपुरा जिला समेत जिला के विभिन्न प्रखंड मुख्यालय समेत प्रखंड क्षेत्र के सरकारी एवं गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों में शिक्षक दिवस शांतिपूर्ण एवं सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मनाया गया। वहीं विभिन्न प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों में स्कूली छात्र छात्राएं अपने गुरुजनों को उपहार स्वरूप कॉपी किताब कलम समेत अन्य सामग्री गुरुजनों को सम्मान पूर्वक प्रदान किए। मालूम हो कि प्रखंड मुख्यालय के सरकारी एवं गैर सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थान में भारत के महान शिक्षकविद एवं राष्ट्रपति डॉ एस राधाकृष्णन जन्मोत्सव शिक्षक दिवस के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत में डॉक्टर राधा कृष्णन के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण की गई मौके पर शिक्षकों एवं अतिथि गण समेत दर्जनों स्कूली बच्चे मौजूद थे !अपने अपने स्कूल संस्थान के अध्यक्ष ने कहा कि डॉ एस राधाकृष्णन घर परिवार से सफर करते हुए शिक्षक बनकर ही राष्ट्र के सर्वोच्च पद पर महामहिम राष्ट्रपति पद को सुशोभित किया था। उनकी यह विशेषता शिक्षकों के लिए प्रेरणादायक तो है ही साथ ही जनमानस के लिए साक्षर और शिक्षित होने का सुखद संदेश देता है शिक्षक न केवल बच्चों को शिक्षित करते हुए बल्कि समाज में स्वयं को शिक्षा से सुदृढ समाज बनाए रखता है