
ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने महिला के पेट में छोड़ दिया पट्टी, महीने भर बाद मौत, विरोध में रोड जाम
मधेपुरा:- चिकित्सक की लापरवाही ने एक महिला की जान ले ली। मौत से गुस्साए स्वजनों ने शहर के पूर्वी बायपास के समीप जाम कर प्रदर्शन किया। करीब पांच घंटा ताक सड़क जाम रहा। उसके बाद थानाध्यक्ष व बीडीओ ने समझा-बुझाकर जाम तुड़वाया। वहीं निजी क्लीनिक के चिकित्सक ने मुआवजा देने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार मां रंज मातृत्व केयर सेंटर में घैलाढ़ प्रखंड के घोपा गांव की रंजू देवी (39) न्यूटरस की परेशानी को लेकर 23 फरवरी को पहुंची थी। जहां चिकित्सक डॉ.अनुष्ठा ने इलाज शुरू किया। ऑपरेशन कर बच्चादानी निकाला गया। इसके बाद महिला घर चली गई। महिला के पति फुलेंद्र यादव ने बताया कि 11 मार्च को दुलारी के पेट दर्द में होने लगा। इलाज के लिए फिर क्लीनिक लाया गया। जहां अल्ट्रासाउंड कर रेफर कर दिया गया। 15 मार्च को पटना के आइजीआइएमएस में दिखाया गया। जहां ऑपरेशन के दौरान पेट से सड़ा कपड़ा निकाला गया। इतने दिनों से पेट में कपड़ा रहने के कारण काफी मवाद हो गया था। 20 मार्च को महिला की मौत हो गई। मौत के बाद स्वजनों ने मधेपुरा पहुंचकर शव को सड़क पर रखकर मुआवजा की मांग को लेकर जाम कर दिया।
जाम की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद ङ्क्षसह व बीडीओ गौतम आर्य पहुंचे। काफी समझा-बुझाकर जाम तुड़वाया। वहीं निजी क्लीनिक के चिकित्सक ने मुआवजा देने की बात कही। महिला को दो लड़की व एक लड़का है। थानाध्यक्ष ने बताया कि अभी तक पीड़त पक्ष से आवेदन नहीं दिया गया है। इस कारण केस नहीं किया गया है। आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, लोगों ने बताया कि इस तरह की हरकत डॉक्टर पहले भी कर चुका है। डॉक्टर की लापवाही के कारण पहले भी कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ चुका है। इस बार भी डॉक्टर ने इसी तरह की लापरवाही की, जिससे रंजू की मौत हो गई।