
अतिथि प्राध्यापक बहाली में कथित अनियमितता के खिलाफ एनएसयूआई ने पूर्व वीसी का फूंका पुतला
विवि के मेन गेट पर पूर्व वीसी का पुतला दहन करते एनएसयूआई के कार्यकर्ता।
बीएनएमयू की विभिन्न समस्याओं को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सोमवार को विवि गेट पर पूर्व कुलपति प्रो. अवध किशोर राय का पुतला दहन किया। नेतृत्व कर रहे जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि पूर्व कुलपति के कार्यकाल में विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार चरम पर रहा, उनके कार्यकाल के दौरान छात्रों का सबसे अधिक शोषण हुआ। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां यूएमआईएस और परीक्षा परिणाम को पेंडिंग कर बड़े पैमाने पर छात्रों का आर्थिक और मानसिक शोषण किया गया, वहीं दूसरी तरफ तमाम तरह की नियुक्तियों और प्रोन्नति में भी अनियमितता बरती गई है। जिसके कारण उनके कार्यकाल में किए गए सभी कार्य संदेह के घेरे में है और इस पर कई सवाल भी खड़ा हो रहा है। निशांत यादव ने कहा कि कर्मचारियों के 66 सृजित पदों पर 86 लोगों की नियुक्ति की गई। इसकी भी जांच शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है। वहीं अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति जब की जा रही थी तब यूजीसी के पांच मापदंडों को सख्ती से लागू नहीं किया गया। परिणामतः आज विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले में भी संदेह के घेरे में है। यहीं कारण है कि अतिथि शिक्षकों का मानदेय आए डेढ़ महीने हो चुका है, लेकिन विश्वविद्यालय भुगतान नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि पूर्व कुलपति के कार्यकाल में लिए गए हर निर्णय की उच्चस्तरीय जांच हो, अन्यथा अब चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा।
बीएनएमयू को लूट का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा : हिमांशु राज
वहीं एनएसयूआई छात्रनेता हिमांशु राज ने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ और बीएनएमयू को लूट का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा। अगर दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन का शंखनाद होगा। एनएसयूआई छात्रनेता रमन कुमार और पूर्व राष्ट्रीय प्रतिनिधि प्रभात कुमार मिस्टर ने कहा कि पूर्व कुलपति अपने पूरे कार्यकाल में केवल भाषण देते रहे, लेकिन छात्रों के साथ न्याय नहीं हुआ। दो साल में सत्र नियमित करने का दावा करने वाले कुलपति तीन साल में भी सत्र पटरी पर नहीं ला सके। डिग्री पार्ट थर्ड परीक्षा 2019 के परिणाम में सबसे अधिक छात्र-छात्राओं का रिजल्ट पेंडिंग कर दिया गया। मौके पर छात्रनेता अंशु पासवान, नीतीश यादव, अमित यादव, रौशन कुमार, मनीष कुमार, ज्योतिष, प्रशांत आदि मौजूद थे।