
मधेपुरा/पूर्णिया: किस्त वसूली के नाम पर रेपो कर्मियों की गुंडागर्दी ने एक मासूम की जान ले ली।
मामला पूर्णिया जिले के जानकीनगर थाना क्षेत्र के बोरारही गांव का है, जहां 12 वर्षीय अंशु कुमारी (पिता – शंकर ऋषिदेव) की मौत इलाज के अभाव में हो गई।
कैसे हुई घटना
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बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे मुरलीगंज के निजी क्लिनिक में भर्ती कराए थे।
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गंभीर स्थिति बताने पर उसे मधेपुरा रेफर कर दिया गया।
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बाइक से मधेपुरा ले जाते वक्त रास्ते में रेपो कर्मियों ने वाहन चालक को किस्त वसूली के नाम पर रोक लिया।
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आरोप है कि करीब 3 घंटे तक बंधक बनाए रखने के कारण समय पर इलाज नहीं मिल सका और बच्ची की मौत हो गई।
लोगों का आक्रोश
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो उठे।
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मुरलीगंज के मीरगंज चौक पर एनएच-107 जाम कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
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लोगों ने रेपो कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
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मौके पर मुरलीगंज और कुमारखंड थाना पुलिस पहुंची और समझा-बुझाकर जाम हटवाया।
पुलिस की कार्रवाई
थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि
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सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
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आवेदन मिलने पर संबंधित रेपो कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बड़ा सवाल
इस घटना से इलाके में गुस्सा है।
लोग सवाल उठा रहे हैं कि –
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क्या किस्त वसूली के नाम पर रेपो कर्मी इस तरह की गुंडागर्दी कर सकते हैं?
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क्या सरकार और प्रशासन इस पर कोई सख्त कानून बनाएगा?