
पूर्णिया के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगेगी इसीजी मशीन
पूर्णिया के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर इसीजी मशीन लगेगी। सही खानपान के अभाव में दिल के रोगियों की संख्या बढ़ रही है। इसलिए हार्ट चेकअप के लिए सभी पीएचसी में इसीजी मशीन लगायी जाएगी। अभी सदर अस्पताल में ही लोगों को यह सुविधा मिल रही है। यही नहीं मोबाइल मेडिकल टीम की व्यवस्था भी शुरू होने वाली है। यह टीम बाइक पर सभी उपकरणों के साथ लैस होकर गलियों में जाकर उपचार करेगी। इसके अलावा वेंटीलेटर की व्यवस्था भी की जाएगी। सिविल सर्जन डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि आकांक्षी जिले के रूप में पूर्णिया जिले को प्राप्त तीन करोड़ की राशि स्वास्थ्य व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण पर खर्च की जाएगी। इसके लिए तीन करोड़ का प्राक्कलन तैयार कर नीति आयोग को भेज दिया गया है। वहां से स्वीकृति मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। बता दें कि स्वास्थ्य के मामले में देश में चौथी रैंकिंग आने पर पूर्णिया जिला को नीति आयोग के द्वारा तीन करोड़ की राशि इनाम में दी गयी थी। जिलाधिकारी राहुल कुमार की अध्यक्षता में पिछले दिनों जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई थी, जिसमें तीन करोड़ से होने वाले कार्यों का प्राक्कलन तैयार करने का निर्देश दिया गया था। धमदाहा व भवानीपुर अस्पताल में सुधार के अलावा अनुमंडलीय अस्पताल, पीएचसी व रेफरल अस्पताल के विकास के लिए भी कदम उठाया जाने वाला है।
…प्रमंडल में अररिया में सबसे अधिक कुष्ठ रोगी
पूर्णिया प्रमंडल के चार जिलों में सबसे अधिक कुष्ठ रोगी अररिया जिला में है। अररिया जिला में 540 रोगी हैं। जिले में पहले रोगियों की संख्या 570 थी। 272 नये रोगियों का निबंधन हुआ। 302 रोगमुक्त हुए। इसी तरह पूर्णिया में अभी 269 मरीज हैं। पहले 306 मरीज थे। 306 नये रोगियों का निबंधन हुआ। 343 रोग मुक्त हुए। कटिहार में 136 कुष्ठ रोगी हैं। पहले 151 रोगी थी। 60 नये रोगियों का निबंधन हुआ। 75 रोगमुक्त हुए। इसी तरह किशनगंज जिला में 209 रोगी बचे हुए हैं। पहले 262 थे। 101 का निबंधन हुआ। 154 रोग मुक्त हुए। पूर्णिया प्रमंडल में 1154 कुष्ठ रोगी हैं। पहले से 1289 थे। 739 नये रोगियों का निबंधन हुआ। कुल 874 रोगी रोग मुक्त हुए। सिविल सर्जन ने कहा कि कुष्ठ रोग माइक्रो बेक्टेरियम लेपरी नामक कीटाणु के कारण होता है। समाज में इसे अभिशाप समझा जाता है जो कि गलत है। यह बीमारी सौ फीसदी क्यूरेबल है। बशर्ते कि समय पर इसका इलाज शुरू कर दिया जाये। छह माह से एक साल में कुष्ठ रोगी ठीक हो सकते हैं।
स्रोत-हिन्दुस्तान