
पूर्णिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से 29 मोबाइल चोरी करने वाले साइबर अपराधियों का गिरोह पूर्णिया पुलिस के हत्थे चढ़ा है। गिरोह का सरगना राजेश महतो उर्फ़ छूमंतर मोबाइल लॉक तोड़ने और यूपीआई अकाउंट से पैसे उड़ाने में माहिर है। पुलिस ने इस गिरोह के 7 सदस्यों को गिरफ्तार कर 84 चोरी के मोबाइल, 8 सिम कार्ड और 4 आधार कार्ड बरामद किए।
गिरोह का नेटवर्क और तरीका
पुलिस के अनुसार, गिरोह झारखंड के साहेबगंज जिले के तीन पहाड़ इलाके से संचालित होता था और देशभर के 50 से ज्यादा शहरों में सक्रिय था।
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भीड़भाड़ वाले इलाकों और सभाओं में मोबाइल चोरी करना।
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चोरी के तुरंत बाद लॉक तोड़ना।
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मोबाइल से जुड़े यूपीआई अकाउंट से पैसे निकालना और फर्जी खातों में ट्रांसफर करना।
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चोरी के मोबाइल नेपाल और बांग्लादेश के एजेंटों को बेचना।
छूमंतर गिरोह अब तक एक लाख से ज्यादा मोबाइल चोरी कर चुका है और करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है।
पीएम मोदी की सभा से चोरी के 29 फोन
15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के दौरान इस गिरोह ने 29 मोबाइल चोरी किए। 17 सितंबर को गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापा मारकर गिरोह के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया। बरामद मोबाइल की कीमत करीब 25 लाख रुपये आंकी गई है।
गिरफ्तार अपराधी
गिरोह के 7 सदस्यों में 6 झारखंड और 1 पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।
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राजेश महतो उर्फ छूमंतर (मुखिया)
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मुन्ना कुमार मंडल
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पप्पू महतो उर्फ पप्पू नोनिया
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कपूर महतो
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गणेश कुमार महतो
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एक किशोर (झारखंड)
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कार्तिक नोनिया (पश्चिम बंगाल)
ये सभी पहले भी झारखंड, राजस्थान, ओडिशा और बंगाल में मोबाइल चोरी और साइबर फ्रॉड के मामलों में जेल जा चुके हैं।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पूर्णिया पुलिस ने इस गिरोह को धर दबोच कर बड़ी सफलता हासिल की है।
एसपी ने बताया कि गिरोह हर तीन महीने में ठिकाना बदल लेता था और किराए पर मकान लेकर खुद को कंपनी का कर्मचारी बताता था।
पुलिस का दावा है कि अब गिरोह की सक्रियता पूरी तरह खत्म हो गई है और आगे की पूछताछ जारी है।