पूर्णिया, 18 सितंबर (भाषा):
बिहार के पूर्णिया जिले की पुलिस ने एक बड़े साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह न सिर्फ मोबाइल चोरी करता था, बल्कि चोरी किए गए फोन का लॉक तोड़कर लोगों के डिजिटल यूपीआई अकाउंट से पैसे भी उड़ाता था। पुलिस ने इस गिरोह के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 84 चोरी के मोबाइल फोन, 4 आधार कार्ड और 8 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं।
बस स्टैंड से गिरफ्तारी, 84 मोबाइल बरामद
मामला तब सामने आया जब सहायक खजांची थाने की पुलिस टीम ने बस स्टैंड पर संदिग्ध गतिविधियों के चलते 7 युवकों की तलाशी ली। जांच में उनके पास से कुल 84 चोरी के मोबाइल फोन मिले। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मोबाइल चोरी करता था और फिर डिजिटल ठगी को अंजाम देता था।
PM मोदी की सभा से चोरी हुए 23 मोबाइल
पुलिस की जांच में सामने आया कि इस गिरोह ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में भी 23 मोबाइल फोन चोरी किए थे। आरोपी मोबाइल का लॉक तोड़कर उसमें मौजूद UPI और डिजिटल वॉलेट्स का इस्तेमाल कर पैसों की चोरी करते थे। चोरी किए गए पैसों को वे फर्जी खातों में ट्रांसफर कर निकाल लेते थे और बाद में मोबाइल को बाजार में बेच देते थे।
3-4 महीनों से जगह बदल कर कर रहे थे ठगी
पूर्णिया एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि गिरोह के सदस्य पिछले 3-4 महीनों से लगातार जगह बदलते रहते थे ताकि पुलिस की पकड़ से बच सकें। गिरफ्तार 7 आरोपियों में से 6 पश्चिम बंगाल और 1 झारखंड का रहने वाला है। इनमें से दो आरोपी तकनीकी विशेषज्ञ हैं जो मोबाइल का लॉक तोड़ने और डिजिटल खातों से लेन-देन करने में माहिर थे।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस अब बरामद किए गए सभी मोबाइल फोनों के असली मालिकों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। फिलहाल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से न केवल डिजिटल ठगी के मामलों पर अंकुश लगेगा बल्कि लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सतर्क रहने का संदेश जाएगा।



