
पूर्णिया: बिहार के हवाई मानचित्र में अब एक नया नाम जुड़ने जा रहा है। Purnia Airport के शुरू होने से पूर्वी बिहार के कोसी और सीमांचल क्षेत्र के लोगों को हवाई सफर की नई सौगात मिलने वाली है। आगामी 15 सितंबर को प्रधानमंत्री Narendra Modi पूर्णिया एयरपोर्ट के आधुनिक टर्मिनल भवन का विधिवत उद्घाटन करेंगे, जिसके बाद यहां से नियमित व्यावसायिक उड़ानें शुरू हो जाएंगी।
पटना, गया और दरभंगा के बाद पूर्णिया बिहार का चौथा एयरपोर्ट होगा, जहां से आम यात्री उड़ान भर सकेंगे। अब तक इस क्षेत्र के लोगों को हवाई यात्रा के लिए Bagdogra, Darbhanga या Patna पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब यह दूरी सिमट जाएगी।
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और निवेश को मिलेगा बढ़ावा
पूर्णिया एयरपोर्ट के संचालन से पूर्वी बिहार के एक दर्जन से अधिक जिलों को सीधा लाभ मिलेगा। Kolkata और Ahmedabad के लिए उड़ानें शुरू होने से कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी सुधार होगा, जिससे पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
एयर कनेक्टिविटी के ज़रिए इस क्षेत्र में पूंजी निवेश को बढ़ावा मिलेगा और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। साथ ही, गंभीर मरीजों को बड़े शहरों के अस्पतालों तक शीघ्र पहुंचाना भी आसान हो जाएगा।
सांस्कृतिक विरासत की झलक भी दिखेगी
पूर्णिया एयरपोर्ट को स्टेट ऑफ द आर्ट एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया गया है। यहां केवल हवाई सफर की सुविधाएं ही नहीं, बल्कि पूर्णिया की धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर की झलक भी दिखाई देगी।
एयरपोर्ट परिसर के अंदर मां पूरण देवी मंदिर, पूर्णेश्वरी काली मंदिर, सदियों पुराने गिरजाघर, भक्त प्रह्लाद से जुड़े नरसिंह स्थल और ऐतिहासिक जलालगढ़ किले की तस्वीरें सुंदर तरीके से सजाई गई हैं। यह न केवल यात्रियों को स्थानीय संस्कृति से जोड़ेंगी, बल्कि पूर्णिया की पहचान को भी नया आयाम देंगी।
नये युग की उड़ान
पूर्णिया एयरपोर्ट के शुरू होने से न केवल स्थानीय यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और निवेश के क्षेत्र को भी नया पंख मिलेगा। पूर्वी बिहार के लोग अब देश-विदेश से सीधे जुड़ सकेंगे, जिससे इस क्षेत्र का समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास तेज़ी से होगा।