पूर्णिया:
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर पूर्णिया जिला प्रशासन ने
मतदाताओं में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए
विस्तृत “चुनावी पाठशाला अभियान” शुरू किया है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी के दिशा-निर्देश में
सातों विधानसभा क्षेत्रों में गहन मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं,
जिसमें रंगोली, शपथ ग्रहण, दीवार लेखन और समूह संवाद जैसी गतिविधियों के माध्यम से
लोगों को लोकतंत्र में वोट के महत्व की जानकारी दी जा रही है।
महादेवपुर पंचायत में रंगोली और शपथ कार्यक्रम
शुक्रवार को बायसी प्रखंड के महादेवपुर पंचायत में
डीपीएम जीविका के नेतृत्व में
बंधन सीएलएफ अंतर्गत पूजा ग्राम संगठन द्वारा
मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में महिलाओं और युवाओं ने
रंगोली बनाकर “मतदान मेरा अधिकार” और “पहले मतदान, फिर जलपान”
जैसे स्लोगन लिखे।
कार्यक्रम के दौरान मतदान शपथ भी दिलाई गई —
“हम सभी 11 नवंबर को मतदान केंद्र जाकर
शत-प्रतिशत मतदान करेंगे और लोकतंत्र का सम्मान बढ़ाएंगे।”
डीपीएम जीविका की प्रतिनिधि रीना देवी ने कहा —
“महिलाओं की भागीदारी से ही मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है।
हमारा लक्ष्य है कि महादेवपुर पंचायत 100% मतदान वाला क्षेत्र बने।”
रूपौली में चुनावी पाठशाला का आयोजन
इसी कड़ी में रूपौली विधानसभा क्षेत्र के
मतदान केंद्र संख्या 269 और 272 पर
चुनावी पाठशाला का आयोजन किया गया।
अधिकारियों ने मतदाताओं को बताया कि
वोट डालना न केवल अधिकार है बल्कि कर्तव्य भी है।
लोगों से अपील की गई कि —
“11 नवंबर को पहले मतदान करें, फिर जलपान करें।”
इस कार्यक्रम में स्थानीय शिक्षकों, आशा कार्यकर्ताओं और पंचायत प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
दीवार लेखन से जागरूकता अभियान
पूर्णिया सदर विधानसभा क्षेत्र में
बूथ संख्या 125 की सेविकाओं द्वारा
दीवार लेखन के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया।
दीवारों पर लिखा गया —
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“महिला शक्ति का है आह्वान — शत प्रतिशत करना है मतदान”
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“आपका एक वोट बना सकता है भविष्य”
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“लोकतंत्र को मजबूत बनाएँ — मतदान जरूर करें”
महिलाओं और युवाओं ने मिलकर
गांव की गलियों और स्कूल की दीवारों पर
इन नारों को रंगीन अक्षरों में उकेरा।
कसबा विधानसभा में प्रवासी मतदाताओं पर फोकस
गुरुवार को कसबा विधानसभा क्षेत्र के
मतदान केंद्र संख्या 111 की सेविकाओं ने
प्रवासी मतदाताओं के बीच जाकर
दीवार लेखन और व्यक्तिगत संवाद के जरिये
उन्हें मतदान के लिए प्रेरित किया।
सेविकाओं ने बताया —
“कई लोग बाहर काम करने जाते हैं और वोट डालने नहीं आते।
अबकी बार हर मतदाता को लौटकर वोट डालना चाहिए।”
महिला शक्ति बनी जागरूकता की धुरी
पूर्णिया जिले के ग्रामीण इलाकों में
इस अभियान में महिलाओं की भूमिका बेहद अहम रही है।
जीविका समूहों, आशा कार्यकर्ताओं और सेविकाओं ने
मतदाता जागरूकता को “जन आंदोलन” का रूप दिया है।
डीएम सुशील कुमार ने कहा —
“महिलाएं अब सिर्फ घर तक सीमित नहीं हैं।
वे लोकतंत्र की सबसे मजबूत स्तंभ हैं,
और उनकी भागीदारी मतदान में बड़ा बदलाव ला सकती है।”
11 नवंबर को शत-प्रतिशत मतदान का लक्ष्य
पूर्णिया जिला प्रशासन ने इस बार
‘Mission 100% Voting’ अभियान शुरू किया है।
मुख्य उद्देश्य —
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सभी बूथों पर मतदाता जागरूकता अभियान चलाना
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महिलाओं और युवाओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करना
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मतदान केंद्रों तक पहुंच के लिए परिवहन सुविधा बढ़ाना
इलेक्शन ऑफिसर राजेश चौहान ने कहा —
“हमारा लक्ष्य है कि कोई मतदाता पीछे न रहे।
हर बूथ पर मतदाता शिक्षा कार्यक्रम चलाया जाएगा।”
लोकतंत्र के प्रति नागरिक जिम्मेदारी का संदेश
इन अभियानों के माध्यम से
लोगों में मतदान के प्रति जिम्मेदारी और जागरूकता की भावना बढ़ी है।
गांवों में दीवारों पर नारे,
सड़कों पर बैनर-पोस्टर और
स्कूलों में “वोटर क्लब” का गठन किया गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि
“अब हर घर से एक वादा — वोट जरूर देंगे।”
FAQs: पूर्णिया में मतदाता जागरूकता अभियान
Q1. मतदाता जागरूकता अभियान कहाँ चलाया जा रहा है?
👉 बायसी, रूपौली, कसबा और पूर्णिया सदर विधानसभा क्षेत्रों में।
Q2. इस अभियान की अगुवाई कौन कर रहा है?
👉 जिला निर्वाचन पदाधिकारी और डीपीएम जीविका के सहयोग से विभिन्न ग्राम संगठनों द्वारा।
Q3. अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
👉 11 नवंबर को 100% मतदान सुनिश्चित करना और लोकतंत्र के महत्व को समझाना।
Q4. किन माध्यमों से जागरूकता फैलाई जा रही है?
👉 रंगोली, दीवार लेखन, शपथ, चुनावी पाठशाला और जन संवाद के माध्यम से।
Q5. क्या महिलाओं की भूमिका विशेष है?
👉 हाँ, जीविका समूहों और सेविकाओं की भागीदारी से महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिल रहा है।
🗳️ निष्कर्ष
पूर्णिया में चल रहा यह मतदाता जागरूकता अभियान
सिर्फ एक चुनावी प्रक्रिया नहीं,
बल्कि लोकतंत्र के प्रति जिम्मेदारी का उत्सव बन गया है।
चुनावी पाठशालाओं और रंगोली जैसे रचनात्मक कार्यक्रमों के माध्यम से
गांव-गांव में जागरूकता की लहर दौड़ रही है।
अगर यह पहल सफल होती है,
तो पूर्णिया बिहार के उन जिलों में शामिल होगा
जहां 100% मतदान का सपना हकीकत बनेगा।



