
रेलवे के निजीकरण के विरोध में धरना
रेलवे के निजीकरण और नौकरी कटौती के विरोध में सोमवार को कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सर्कुलेटिंग एरिया पास धरना दिया। युवा कांग्रेस के बैनर तले हुए धरना के बाद पीएम को संबोधित ज्ञापन एसएस को सौंपा।
कांग्रेस युवाध्यक्ष सुदीप कुमार सुमन की अध्यक्षता में आयोजित धरना को संबोधित करते एआईसीसी सदस्य कैशर कुमार सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार रेलवे का निजीकरण कर अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाना चाहती है। एनडीए गठबंधन वाली केन्द्र सरकार यात्री सुविधाओं के विस्तार का बहाना बना रेलवे का निजीकरण करते और भी महंगाई लाना चाहती है। अर्थव्यवस्था को सुधारने की बजाय निजीकरण के बहाने लोगों पर भाड़ा वृद्धि का बोझ डालना चाहती है। उन्होंने सफाई मजदूरों को नियमित वेतनमान नहीं देने पर आक्रोश जताया।
युवाध्यक्ष ने कहा कि रेलवे में प्रस्तावित नौकरी कटौती और निजीकरण का फैसला केन्द्र सरकार की दोषपूर्ण नीति है। इससे रेलवे के सरकारी कर्मियों की नौकरी खतरे में पड़ेगी। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष कुमार ने कहा कि रेलवे के निजीकरण की चल रही साजिश को सफल होने नहीं देंगे। केन्द्र सरकार की बेरोजगारी लाने वाली इस नीति का विरोध करते रहेंगे। रामसागर पांडेय और मो. नईमउद्दीन ने कहा कि विशेष ट्रेन चला फ्लेक्सी फेयर वसूलना यात्रियों का शोषण करने जैसा है। पंचायत समिति सदस्य पंकज कुमार सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार का निजीकरण का कदम कर्मचारी और जनता दोनों के हित में नहीं है। मृणाल कामेश के संचालन में चले धरना कार्यक्रम को अमित कन्हैया, विराज कश्यप, सन्नी ठाकुर, नीतीश कुमार, रवि कुमार, घनश्याम, गौतम, सुमित साह, प्रवीण, आलोक राज, मुरारी कुमार ने भी संबोधित किया।
स्रोत-हिन्दुस्तान