
सहरसा | सिमरी बख्तियारपुर:
सहरसा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। लूट के दो मामलों में वांछित 25 हजार रुपए का इनामी अपराधी शशि यादव आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी को गुप्त सूचना के आधार पर शुक्रवार देर रात सौरबाजार थाना क्षेत्र के इनरवा गांव स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस सर्किल इंस्पेक्टर ने दी जानकारी
शनिवार को बख्तियारपुर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में सर्किल इंस्पेक्टर मो. शुजाउद्दीन ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी शशि यादव लंबे समय से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ दो अलग-अलग लूट के मामले दर्ज थे, जिनमें वह मुख्य आरोपी था।
लूट की पहली घटना – एनएच 107 के पास
पुलिस के अनुसार, पहली घटना बख्तियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 107 पर स्थित गौशाला के पास हुई थी, जहाँ गोरियारी गांव निवासी भूपेंद्र कुमार से हथियार के बल पर मोटरसाइकिल, मोबाइल और 10 हजार रुपये नकद लूटे गए थे। घटना के बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
दूसरी घटना – बैंककर्मी को बनाया निशाना
कुछ ही समय बाद, तरियामा पंचायत अंतर्गत एकपरहा गांव के पास एक पुल पर बैंककर्मी मोहर ठाकुर से मोबाइल, लैपटॉप और अन्य कीमती सामान लूट लिए गए थे। दोनों मामलों में शशि यादव का नाम सामने आया और वह तभी से फरार था।
एसपी के निर्देश पर बनी विशेष टीम
पुलिस अधीक्षक हिमांशु के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसने लगातार निगरानी के बाद गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए इनरवा गांव में छापेमारी की और शशि यादव को धर दबोचा।
साथियों की पहले हो चुकी है गिरफ्तारी
मो. शुजाउद्दीन ने जानकारी दी कि शशि यादव के चार अन्य साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। पूछताछ के दौरान शशि यादव ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है।
न्यायालय में किया गया प्रस्तुत
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को शनिवार को सहरसा न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। सहरसा पुलिस इस गिरफ्तारी को एक बड़ी कामयाबी मान रही है, क्योंकि आरोपी के खिलाफ कई गंभीर धाराएं दर्ज थीं और वह लंबे समय से पुलिस को चकमा दे रहा था।
निष्कर्ष
शशि यादव की गिरफ्तारी न केवल लूट की दो बड़ी घटनाओं की कड़ियों को जोड़ती है, बल्कि इससे सहरसा पुलिस की सतर्कता और टीम वर्क की भी पुष्टि होती है। उम्मीद है कि इस कार्रवाई से इलाके में अपराध पर प्रभावी रोक लगेगी।