
देश की बदहाली के लिए केन्द्र सरकार जिम्मेदार
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर जिला इकाई ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट के सामने पुलिस लाइन परिसर में धरना दिया। धरना के बाद राष्ट्रपति के नाम 14 सूत्री राष्ट्रीय और चार सूत्री स्थानीय मुद्दों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा गया।वक्ताओं ने देश में भीषण बेरोजगारी, बेहाल अर्थव्यवस्था, कृषि क्षेत्र में संकट आदि के लिए केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि देश की अर्थव्यवस्था वेंटीलेटर पर है। भारत में वित्तीय आपातकाल जैसी स्थिति हो गई है। युवा शक्ति बदहाली और बेरोजगारी के कगार पर खड़ी है। केन्द्र की भाजपा सरकार ने 18 से 23 वर्ष उम्र के 75 प्रतिशत युवा कॉलेज नहीं जा पा रहे हैं। पिछले छह सालों में जीडीपी सबसे निचले पायदान पर पहुंच गई है। वक्ताओं ने कहा कि नया निजी निवेश 16 सालों में सबसे निचले स्तर पर आ गया है। घरेलू बचत 20 वर्षों में सबसे कम है। औद्योगिक वृद्धि सिकुड़ कर 1.1 प्रतिशत रह गई है। देश का निर्यात भी गिर गया है। वक्ताओं ने कहा कि बिजली सेक्टर भी निगेटिव में चल रहा है। बैंकों का एनपीए बढ़कर आठ लाख करोड़ तक पहंुच गया है। इस सरकार में पांच साल में बैंक धोखाधड़ी के लगभग 25 हजार मामले उजागर हुए हैं। इससे बैंकों को 175255 करोड़ का चूना लग गया है।वक्ताओं ने कहा कि कृषि क्षेत्र में जीडीपी पहली तिमाही में गिरकर दो प्रतिशत रह गई है। एक तरफ किसानों को फसल का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है तो दूसरी तरफ कृषि क्षेत्र में इनपुट पर भारी टैक्स झेलनी पड़ रही है। वक्ताओं ने प्रखंडों और अंचलों में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। कहा कि बिना रिश्वत किसी कार्यालय में कोई काम नहीं होता है। उन्होंने भूमि विवाद का समाधान एक तय समय में करने, पुलिस संरक्षण में शराब की बिक्री पर रोक लगाने और एसपी से सभी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं से एक सामान व्यवहार करने की मांग की। जिलाध्यक्ष प्रो. विमल यादव की अध्यक्षता में हुए धरना में पर्यवेक्षक अनिता यादव, विजय गुप्ता, सूर्य नारायण यादव, अनोखा देवी, नरेश मिश्र, जयप्रकाश चौधरी, सुभाष सिंह, शत्रुघन चौधरी, सूर्य नारायण मेहता, डॉ. रमेश यादव, अभय तिवारी, लक्ष्मण झा नन्हें, मो. सगीर आलम, महेश पांडेय, सरफराज आलम, मनोज सिन्हा, ललन यादव, पंकज मिश्र, हिलेरियन सिंह, उपेन्द्र राम, अब्दुल मतीन थे।कलेक्ट्रेट के सामने पुलिस लाइन परिसर में गुरुवार को धरना पर बैठे कार्यकर्ता।