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उर्दू के विकास के लिए लोगों को करें जागरूक

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सरकार के उर्दू निदेशालय विभाग और जिला प्रशासन के सौजन्य से उर्दू भाषा को बढ़ावा देने के लिए गुरुवार को गांधी मैदान में एक दिवसीय फरोग ए उर्दू सेमिनार, मुशायरा सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। सेमिनार का उद्घटन विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारूण रशीद, ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव, एमपी दिलेश्वर कामैत, निर्मली विधायक अनिरूद्ध प्रसाद यादव, डीएम महेन्द्र कुमार, एसपी मनोज कुमार, प्रभारी डीपीआरओ अनुराग कुमार, एसडीएम कयूम अंसारी और अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इससे पहले अधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया।सेमिनार में उर्दू भाषा के विकास और संरक्षण के लिए जुटे विद्वानों ने मंच से कई पैगाम दिये। उर्दू के संवर्द्धन की बात कहते हुए विद्वानों ने देशभक्ति और समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द और भाईचारा बनाये रखने का संदेश दिया। उर्दू के जाने-माने अंतर्राष्ट्रीय शायर शंकर कैमूरी, आलम सुलतान कानपुरी, बेगाना सारनवी, असफाक अहमद और हसमत सिद्दीकी ने कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक शायरी और कविताएं सुनाकर दर्शकों में देशभक्ति का जज्बा जगा दिया। मंच का संचालन करते हुए शिक्षक मो. बदीउज्जमा ने भी शायरी सुनाई और पूरे समय तक दर्शकों को बांधे रखा। सरकारी विभाग में कोई भी आवेदन उर्दू में ही दीजिए: सेमिनार में विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारूण रशीद ने कहा कि सेमिनार का मकसद उर्दू भाषा का विकास करना और उसे बढ़ावा देना है। लेकिन हमलोग खुद इसके साथ इंसाफ नहीं कर रहे हैं। आज हमलोगों ने उर्दू में दस्तावेज लिखना बंद कर दिया है। उर्दू स्कूलों और मदरसों के एचएम, शिक्षक और छात्र भी उर्दू की जगह हिंदी में पत्र या आवेदन लिखते हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आपलोग सरकारी विभाग में कोई भी आवेदन उर्दू में ही दीजिए। खासकर उन्होंने सभी उर्दू शिक्षकों से किसी भी काम के लिए उर्दू में आवेदन देने का आग्रह किया। कार्यकारी सभापति ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ही देन है कि उर्दू को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के सकारात्मक कार्य किए गए हैं। आज जिले के कई मदरसों का सरकारीकरण किया गया। इस साल भी 19 का सरकारीकरण होगा। मौलानाओं का वेतन बढ़ाया गया। भवनहीन और भूमिहीन मदरसों को भवन और जमीन उपलब्ध करायी गयी है। गरीब अल्पसंख्यक छात्रों के लिए सरकार ने बीपीएससी सहित अन्य परीक्षा की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग की भी सुविधाएं मुहैया करा रही है। पूरे राज्य में सभी विभागों में उर्दू ट्रांसलेटरों की बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सेमिनार में शहर के गणमान्य लोग मौजूद थे। गांधी मैदान में गुरुवार को आयोजित सेमिनार का उद्घाटन करते कार्यकारी सभापति, ऊर्जा मंत्री, सांसद सहित अन्य।

Source-HINDUSTAN

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