
वाशिंगटन/टेक्सास:
दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट स्पेस कंपनी SpaceX के मेगा रॉकेट Starship का एक और परीक्षण विफल हो गया है। एलन मस्क द्वारा तैयार किए गए इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को मंगल और चंद्रमा मिशन की नींव माना जा रहा है, लेकिन यह लॉन्च भी उड़ान के दौरान ही विस्फोट में बदल गया।
क्या हुआ लॉन्च के दौरान?
Starship को मंगलवार शाम अमेरिका के टेक्सास स्थित स्टारबेस लॉन्चपैड से छोड़ा गया। करीब 123 मीटर लंबे इस रॉकेट को जब लॉन्च किया गया, तब उम्मीद थी कि यह मॉक सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में रिलीज करेगा।
लेकिन लॉन्च के कुछ ही समय बाद, Starship ने अपना संतुलन खो दिया और अनियंत्रित रूप से घूमने लगा, जिससे यह हिंद महासागर में क्रैश हो गया।
“वाहन ने एक तेजी से अनिर्धारित डिस्सैमली का अनुभव किया,”
— SpaceX आधिकारिक बयान
मस्क की प्रतिक्रिया: “ये सुधार है”
एलन मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा कि यह पिछली दो उड़ानों की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन था, जो अटलांटिक महासागर में ज्वलंत मलबे में तब्दील हो गई थीं।
“हम हर 3 से 4 हफ्ते में Starship लॉन्च करने की कोशिश करेंगे,”
— Elon Musk, CEO, SpaceX
पहली बार इस्तेमाल हुआ था रीसाइकिल बूस्टर
इस उड़ान में पहली बार एक रीसाइकिल बूस्टर का प्रयोग किया गया था — जिसे भविष्य में चंद्रमा और मंगल की यात्रा के लिए इस्तेमाल किया जाना है। हालांकि, इस बार भी मिशन की असफलता ने SpaceX की चंद्रमा-मंगल योजनाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
निष्कर्ष:
हालांकि Starship एक बार फिर अपने लक्ष्यों को पाने में असफल रहा, लेकिन एलन मस्क और SpaceX टीम इसे “प्रगति की दिशा में कदम” बता रही है।
अब सबकी नजरें अगली उड़ानों पर हैं — क्या अगली बार Starship अपने डेस्टिनेशन तक पहुंच पाएगा?