अतिपिछड़ों को लुभाने के लिए राजद ने बड़ा दांव खेला है।
पार्टी ने ऐलान किया है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में अतिपिछड़ों को वाजिब हक दिया जाएगा। मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजद अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ की बैठक में अतिपिछड़ों को गोलबंद होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि संगठन में पंचायत से लेकर प्रदेशस्तर तक अतिपिछड़ों को 60 फीसदी भागीदारी दी जाएगी। नया बिहार बनाना है तो सभी अतिपिछड़ों को एकजुट होकर राजद के झंडे के नीचे काम करना होगा।
बिहार चुनावः जदयू का आगाज,‘सच्चा है, अच्छा है, चलो नीतीश के साथ चलें’
नेता प्रतिपक्ष के रूप में आवंटित एक पोलो रोड में तेजस्वी पहली बार मंगलवार को अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ की बैठक में शामिल होने के लिए आए। बड़े भाई तेजप्रताप यादव के साथ बैठक कर रहे तेजस्वी ने कहा कि मुझे खुशी है नेता प्रतिपक्ष के रूप में आवंटित आवास में गृह प्रवेश अतिपिछड़ा वर्ग के लोगों द्वारा हुआ। अब इस आवास में अतिपिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का कार्यालय भी रहेगा। दो कमरा प्रकोष्ठ को दे दिया गया है।
फिर बोले सुशील मोदी- बिहार में आर्थिक मंदी का नहीं पड़ा असर
उन्होंने कहा कि पार्टी न केवल संगठन बल्कि विधानसभा चुनाव में भी अत्यंत पिछड़ा वर्ग को उचित भागीदारी देगी। कहा, लालू प्रसाद ने ही अतिपिछड़ों को आवाज दी। आबादी के अनुसार आरक्षण की वकालत करते हुए भाजपा पर छद्म हिन्दूवाद का आरोप लगाया। जदयू के नारों पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में विधि-व्यवस्था खराब है और सत्ताधारी दल ठीके है का नारा दे रहा है। देश में मंदी छाई है और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सावन-भादो का हवाला दे रहे हैं।