
किसानों को राहतः सीएम नीतीश ने किया ऐलान, आकस्मिक फसल योजना में सबको मिलेगा बीज
मुख्यमंत्री ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि आकस्मिक फसल योजना के तहत सभी किसानों को बीज उपलब्ध कराएं। ताकि उन्हें कृषि कार्य में राहत मिले। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को एक अणे मार्ग में राज्य में कम और अनियमित बारिश से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और पदाधिकारियों को कई निर्देश दिये।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि कम बारिश के कारण सभी प्रभावित जिलों के प्रखंड, पंचायत, गांव एवं टोला स्तर तक सुखाड़ की स्थिति का कराए गए आंकलन में जो भी प्रभावित किसान हैं, उन्हें शीघ्र सहायता दी जाए। उन्होंने कहा कि जितने क्षेत्रों में धान की रोपनी हुई है, उसकी सिंचाई के लिये किसानों को डीजल अनुदान का लाभ दिया जा रहा है। जो बचे हुए आवेदक हैं, उन्हें डीजल अनुदान का लाभ तेजी से दिलाएं।
बैठक में आपदा प्रबंधन सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कम बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति की जिलावार, प्रखंडवार एवं पंचायतवार जानकारी दी। साथ ही खरीफ फसल 2022 में जिलावार धान रोपनी की भी जानकारी दी।
किसानों के खातों में 96.31 करोड़ हस्तांतरित
उन्होंने कहा कि अक्टूबर में लगभग सभी जिलों में अच्छी बारिश हुई है। बताया कि डीजल अनुदान योजना के अंतर्गत 11 लाख 22 हजार 797 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से छह लाख 67 हजार 42 आवेदकों के खातों में 96.31 करोड़ हस्तांतरित कर दिये गये हैं। शेष आवेदनों की जांच तेजी से की जा रही है। कहा कि वितरित बीज से 80 प्रतिशत किसानों ने फसलों का आच्छादन कर दिया है। शेष 20 प्रतिशत किसान भी फसलों का आच्छादन कर रहे हैं।
बैठक में वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्घार्थ, आपदा सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, निदेशक कृषि विभाग आदित्य प्रकाश सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।