
बिहार में ऐसा क्या मिला? जिसकी जांच के लिए पहुंची भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की टीम
बिहार के गोपालगंज में ऐसा क्या मिला? जिसके लिए मुंबई से भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र टीम को आना पड़ा। पुलिस ने तस्करों से परमाणु बम बनाने वाला सामान बरामद किया, जिसकी कीमत 850 करोड़ बताई जा रही है।
BARC Team Reached Bihar : बिहार का गोपालगंज जिला इन दिनों में सुर्खियों में है। यूपी की सीमा को जोड़ने वाला बलथरी चेकपोस्ट गोपालगंज जिला मुख्यालय से 25 किमी पश्चिम दिशा में स्थित है, जहां पुलिस ने 19 दिन पहले परमाणु बम बनाने वाला सामान बरामद किया था। रेडियो एक्टिव पदार्थ की बरामदगी के बाद मुंबई से भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की टीम बिहार पहुंची और इसकी जांच पड़ताल कर रही है।
भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की टीम कैलिफोर्नियम होने के संदेह पर गोपालगंज आई है। कड़ी सुरक्षा के बीच कुचायकोट थाने में यह टीम इस पदार्थ की जांच में जुटी है। बिहार एसटीएफ की जांच में यूपी का कनेक्शन भी सामने आया है, जिसमें कुशीनगर के खजांची कुशवाहा का नाम सामने आया है, जिसने तस्करों को रेडियो एक्टिव पदार्थ दिया था।
कहां से आया रेडियो एक्टिव पदार्थ?
अब बड़ा सवाल उठ रहा है कि फरार खजांची कुशवाहा के पास रेडियो एक्टिव पदार्थ कहां से आया? इसका खुलासा के लिए पुलिस टीम यूपी में छापेमारी कर रही है। आपको बता दें कि गोपालगंज के कुचायकोट थाने की पुलिस ने शुक्रवार को रेडियो एक्टिव पदार्थ बरामद किए थे, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 850 करोड़ रुपये आंकी गई है।
तस्करों से मिला कैलिफोर्नियम
इस मामले में जांच टीम ने छापेमारी कर तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। तस्करों के पास से 50 ग्राम कैलिफोर्नियम मिला। पुलिस यह जांच कर रही है कि किस मकसद से कैलिफोर्नियम लाया गया है। अब भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की टीम की जांच के बाद ही पता चलेगा कि यह कैलिफोर्नियम है या कुछ और।