हमने राजद को इज्जत दी, लेकिन ये लोग कमा रहे थे; तीखे तेवरों में दिखे नीतीश, महागठबंधन से अलग होने की बताई वजह
विधानसभा में नीतीश कुमार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है। उनके पक्ष में 129 वोट पड़े। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में सात निश्चय उनका आइडिया था। लेकिन तेजस्वी अब उसका क्रेडिट लेना चाहते हैं।
बिहार सीएम नीतीश कुमार के सोमवार को विधानसभा में तीखे तेवर देखने को मिले। अपने भाषण में उन्होंने राजद और कांग्रेस पर कई सवाल दागे। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने इनको (राजद) इज्जत दी। लेकिन पिछले कुछ समय से यह लोग ठीक से काम नहीं कर रहे थे। हमें पता चला ये लोग कमा रहे हैं। लेकिन बीजेपी के विधायकों ने कभी ऐसा नहीं किया। नीतीश ने राजद को चेतावनी देते हुए कहा कि इन्होंने विधायकों को एक साथ रखा। उन्हें लाखों रुपये दिए। हम इस सबकी जांच करवाएंगे।
आइडिया मेरा, अब तेजस्वी ले रहे क्रेडिट
बता दें कि विधानसभा में नीतीश कुमार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है। उनके पक्ष में 129 वोट पड़े। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने तेजस्वी यादव को दो बार मौका दिया। उन्हें यहां तक बताया कि आगे क्या-क्या करना है? लेकिन अब यह सरकार के कामों और युवाओं को नौकरी देने का क्रेडिट दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में सात निश्चय उनका आइडिया था। लेकिन जब सात निश्चय 2 का काम शुरू किया तो तेजस्वी अब क्रेडिट लेना चाहते हैं।
लालू प्रसाद ने दिया कांग्रेस का साथ
महागठबंधन पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मैं सबको एक साथ लाना चाहता था। लेकिन कांग्रेस के विधायक गड़बड़ कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव भी कांग्रेस के साथ थे। यह सब देखककर मुझे बहुत कष्ट हुआ, तो मैंने सोचा की अब इनके साथ नहीं रहना है। आगे कांग्रेस विधायकों की तरफ इशारा करते हुए वह बोले आप लोग चिंता न करें। हम (NDA) किसी का नुकसान नहीं करेंगें। नई सरकार सबके लिए काम करेगी।
राजद ने जबरदस्ती लिया शिक्षा मंत्री पद
नीतीश कुमार ने कहा कि पहले शिक्षा मंत्रालय जदयू के पास था। लेकिन जब राजद सरकार में आया तो तेजस्वी यादव के विधायकों ने जबरदस्ती उनसे शिक्षा ले लिया। लेकिन बिहार में शिक्षा के लिए किए जा रहे काम पहले से हो रहे थे अब यह उसका क्रेडिट लेना चाहते हैं।