
पप्पू यादव ने कांग्रेस से हाथ मिलाया, पार्टी का भी विलय किया, क्या लड़ेंगे लोकसभा चुनाव?
पप्पू यादव की पार्टी का कांग्रेस में विलय हो गया। उनके कांग्रेस जॉइन करते ही इसका औपचारिक ऐलान भी हो गया। ऐसे में माना जा रहा है कि पप्पू यादव लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
बिहार से बड़ी सियासी खबर सामने आ रही है। जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने कांग्रेस जॉइन कर ली है। उन्होंने अपनी जन अधिकारी पार्टी का विलय भी कांग्रेस में करने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि वे पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। पप्पू यादव 5 बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं। वे बिहार के ताकतवर नेता माने जाते हैं। वे 1991, 1996, 1999, 2004 और 2014 में सांसद बने।
सीमांचल और मिथिलांचल में बीजेपी को रोकने की कोशिश
इससे पहले, पप्पू यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री व राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे व पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। इस पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि लालू यादव और मेरे बीच राजनीतिक रिश्ता नहीं, पूरी तरह से भावनात्मक रिश्ता है। कल हम सब एक साथ बैठे थे। हमारी कोशिश किसी भी कीमत पर सीमांचल और मिथिलांचल में बीजेपी को रोकने की है।
‘2024 ही नहीं, 2025 भी जीतेंगे’
पप्पू यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव ने 17 महीने काम किया और विश्वास बनाया। राहुल गांधी ने दिल जीता और लोगों में उम्मीद जगाई। उन्होंने कहा कि हम मिलकर न सिर्फ 2024 (लोकसभा चुनाव) बल्कि 2025 (बिहार विधानसभा चुनाव) भी जीतेंगे।
‘जिसने देश का दिल जीत लिया, पीएम वही बनेगा’
जन अधिकारी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि पूर्णिया मायने नहीं रखता, मायने रखता है भाजपा को रोकना और कमजोर वर्गों की पहचान और विचारधारा की रक्षा करना। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस नेतृत्व के साथ मिलकर लड़ेंगे। जिसने इस देश का दिल जीत लिया, वही इस देश का पीएम बनेगा।
पूर्णिया से पहली बार सांसद चुने गए पप्पू यादव
पप्पू यादव पहली बार पूर्णिया से पहली बार 1991 में सांसद चुने गए। वे सबसे पहले 1990 में मधेपुरा के सिंहेश्वर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। वे राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी और लोक जनशक्ति पार्टी के भी सदस्य रहे। उन्हें 2015 में राजद से निष्कासित कर दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने अपनी नई पार्टी जन अधिकार पार्टी का गठन किया।