
सोनपुर, सारण (बिहार):
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल चरम पर है, और इसी बीच जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने सोनपुर से अपने प्रचार अभियान के अंतिम चरण की शुरुआत की है।
उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों तक वे बिहार के अलग-अलग जिलों में जाकर लोगों से सीधे संवाद करेंगे और उन्हें अपने पिछले तीन वर्षों के जन आंदोलन की याद दिलाएंगे।
“आज चुनाव प्रचार का अंतिम दौर शुरू हो रहा है। हम लोग निकले हैं। 11 तारीख तक बिहार के अलग-अलग इलाकों में जाकर जनता को याद दिलाएंगे कि हमने क्या कहा था और क्यों कहा था। अगर बिहार को बदलना है, तो लोगों को सोच-समझकर वोट देना होगा।”
— प्रशांत किशोर, संस्थापक, जन सुराज पार्टी
तीन साल का जन आंदोलन और अब ‘निर्णय का समय’
प्रशांत किशोर ने 2021 में “जन सुराज अभियान” की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य था —
जनता की भागीदारी से बिहार की नई दिशा तय करना।
पिछले तीन सालों में उन्होंने लगभग सभी 38 जिलों का दौरा किया और हर वर्ग के लोगों से संवाद स्थापित किया।
अब जब चुनाव नज़दीक हैं, तो वे लोगों को अपने उस मिशन की याद दिला रहे हैं जिसमें उन्होंने कहा था —
“बिहार को बदलने की ताकत किसी नेता में नहीं, जनता में है।”
सोनपुर से शुरू हुआ अंतिम प्रचार दौर
बिहार के सारण जिले के सोनपुर से इस अंतिम प्रचार चरण की शुरुआत हुई।
यह इलाका न केवल राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जन सुराज आंदोलन का भी एक प्रमुख केंद्र रहा है।
किशोर ने अपने संबोधन में कहा —
“हमने बिहार के हर कोने में जाकर लोगों की समस्याएं सुनी हैं। आज जब चुनाव करीब हैं, तो अब वक्त है सही निर्णय लेने का। बिहार तभी आगे बढ़ेगा जब लोग जाति और पैसे से ऊपर उठकर राज्य के भविष्य के लिए वोट करेंगे।”
जन सुराज पार्टी का संदेश: ‘लोगों का शासन, नेताओं का नहीं’
जन सुराज पार्टी का मूल नारा रहा है —
“जनता का शासन, नेताओं का नहीं।”
प्रशांत किशोर लगातार इस बात पर जोर देते रहे हैं कि बिहार में सुधार की शुरुआत सत्ता नहीं, समाज से होनी चाहिए।
उनका मानना है कि यदि जनता अपने हक, शिक्षा, रोजगार और विकास के मुद्दों पर वोट दे, तो राज्य में वास्तविक परिवर्तन संभव है।
https://x.com/AHindinews/status/1980923964844364238
बिहार में राजनीतिक समीकरण
बिहार चुनाव 2025 में इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है।
जन सुराज पार्टी पहली बार राज्य की सभी सीटों पर उतरने की तैयारी में है।
राज्य में इस समय राष्ट्रीय जनता दल (RJD), जदयू (JDU), भाजपा (BJP) और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियाँ भी अपने-अपने अभियान में जुटी हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, प्रशांत किशोर का जन आंदोलन युवा मतदाताओं और ग्रामीण वोटरों के बीच एक नई सोच पैदा कर रहा है।
प्रशांत किशोर की रणनीति: सीधा संवाद, बिना मंच के प्रचार
अन्य नेताओं के विपरीत प्रशांत किशोर बड़े मंचों की जगह सीधे संवाद और पदयात्रा (foot campaign) को प्राथमिकता देते हैं।
उनका अभियान प्रचार से ज्यादा लोगों की भागीदारी पर केंद्रित रहा है।
उन्होंने कहा —
“हमारे लिए प्रचार सिर्फ भाषण देना नहीं है, बल्कि हर गांव में जाकर यह समझना है कि लोगों की समस्याएं क्या हैं और उनका समाधान कैसे किया जाए।”
बिहार के विकास पर प्रशांत किशोर का दृष्टिकोण
किशोर का कहना है कि बिहार की समस्या किसी एक सरकार की नाकामी नहीं, बल्कि सिस्टम की खामियों का परिणाम है।
उनका विज़न है —
-
हर पंचायत में गुणवत्तापूर्ण स्कूल और अस्पताल
-
कृषि आधारित रोजगार
-
स्वच्छ शासन व्यवस्था
-
युवाओं के लिए प्रशिक्षण और स्किल डेवलपमेंट
जन सुराज अभियान की प्रमुख उपलब्धियाँ
पहल | उद्देश्य | प्रभाव |
---|---|---|
जन संवाद यात्रा (2022) | लोगों से सीधा संवाद | 5000+ गांवों की यात्रा |
लोक नीति संवाद मंच (2023) | नीति निर्माण में जनता की भागीदारी | 15 जिलों में कार्यक्रम |
सामाजिक न्याय पंचायत | स्थानीय स्तर पर मुद्दे उठाना | 2000+ पंचायतों में आयोजन |
युवा जन शक्ति अभियान | बेरोजगारी के खिलाफ पहल | युवाओं में बड़ा समर्थन |
किशोर का संदेश: “जनता ही बिहार की ताकत”
अपने संबोधन के अंत में प्रशांत किशोर ने कहा —
“बिहार की जनता को यह समझना होगा कि असली सुधार वोट की ताकत से ही आएगा। अगर जनता एकजुट होकर सही निर्णय लेगी, तो आने वाला दशक बिहार का होगा।”
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. प्रशांत किशोर ने जन सुराज अभियान कब शुरू किया था?
उन्होंने 2021 में जन सुराज अभियान की शुरुआत की थी।
2. क्या जन सुराज पार्टी बिहार चुनाव में सभी सीटों पर लड़ेगी?
हाँ, पार्टी राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने की योजना में है।
3. प्रशांत किशोर ने प्रचार कहाँ से शुरू किया?
बिहार के सारण जिले के सोनपुर से।
4. उनके प्रचार का फोकस क्या है?
जनता से सीधा संवाद और बिहार में सुधार के लिए सोच-समझकर वोट देने की अपील।
5. जन सुराज पार्टी का नारा क्या है?
“जनता का शासन, नेताओं का नहीं।”
6. प्रशांत किशोर किन मुद्दों को प्राथमिकता दे रहे हैं?
शिक्षा, रोजगार, स्वच्छ शासन, और स्थानीय स्तर पर विकास।
निष्कर्ष
बिहार चुनाव 2025 के इस अंतिम चरण में प्रशांत किशोर का संदेश साफ है —
“बदलाव नेताओं से नहीं, जनता से शुरू होता है।”
उनका जन सुराज आंदोलन अब एक राजनीतिक शक्ति के रूप में उभर रहा है, जो नीतियों की जगह नीयत पर वोट देने की बात करता है।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रशांत किशोर का यह जन आधारित मॉडल बिहार की राजनीति में एक नया अध्याय लिखता है या नहीं।
🔗 संदर्भ स्रोत: Election Commission of India – Bihar Updates