
जयनगर में SSB की बड़ी कार्रवाई: भारी मात्रा में भारतीय और नेपाली मुद्रा बरामद
मधुबनी: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र सुरक्षा एजेंसियों ने सीमावर्ती इलाकों में निगरानी तेज़ कर दी है। इसी क्रम में इंडो-नेपाल बॉर्डर पर स्थित जयनगर में सशस्त्र सीमा बल (SSB) और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़ी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया।
इस छापेमारी में टीम ने ₹29.97 लाख भारतीय मुद्रा और NPR ₹64 लाख नेपाली मुद्रा जब्त की है।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई, उप कमांडेंट विवेक ओझा के नेतृत्व में ऑपरेशन
48वीं वाहिनी SSB की ‘G’ कम्पनी ने यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की।
यह छापेमारी उप कमांडेंट विवेक ओझा के नेतृत्व में की गई, जिसमें जयनगर थाना पुलिस, सर्किल ऑफिसर, और सर्किल इंस्पेक्टर की टीम शामिल थी।
सूत्रों के अनुसार,
“सूचना मिली थी कि जयनगर रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले मनी एक्सचेंजर राजकुमार पासवान के घर में अवैध रूप से बड़ी मात्रा में भारतीय और नेपाली मुद्रा रखी गई है।”
मनी एक्सचेंजर के घर से जब्त हुई करोड़ों की अवैध मुद्रा
पुलिस और SSB की संयुक्त टीम ने राजकुमार पासवान, पिता बालेश्वर पासवान, के आवास पर छापेमारी की।
इस दौरान निम्नलिखित रकम बरामद की गई:
मुद्रा प्रकार | राशि |
---|---|
भारतीय मुद्रा (INR) | ₹29,97,000/- |
नेपाली मुद्रा (NPR) | ₹64,00,000/- |
बरामद की गई सारी रकम को जयनगर थाना को सुपुर्द कर दिया गया है।
कोई गिरफ्तारी नहीं, जांच जारी
हालांकि, छापेमारी के दौरान किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही संबंधित खातों और नेटवर्क की जांच की जाएगी।
यह कार्रवाई भारत की सीमा से लगभग 2.5 किलोमीटर भीतर, BP नं. 270/13 के समीप की गई।
यह क्षेत्र तस्करी और अवैध मनी एक्सचेंज गतिविधियों के लिए संवेदनशील माना जाता है।
कमांडेंट गोविन्द सिंह भण्डारी का बयान
48वीं वाहिनी के कमांडेंट गोविन्द सिंह भण्डारी ने कहा,
“सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सशस्त्र सीमा बल कानून व्यवस्था बनाए रखने और अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए सदैव तत्पर है।”
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की कार्रवाई से सीमांत क्षेत्रों में विश्वास और सुरक्षा की भावना और मज़बूत होगी।
अवैध मनी एक्सचेंज नेटवर्क पर बड़ा प्रहार
इस कार्रवाई को सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय अवैध मनी एक्सचेंज नेटवर्क पर एक बड़ी चोट माना जा रहा है।
SSB और स्थानीय प्रशासन के बीच यह सक्रिय तालमेल आने वाले चुनावी माहौल में सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
एक अधिकारी ने कहा,
“यह ऑपरेशन चुनाव के दौरान होने वाले अवैध पैसों के लेनदेन पर रोक लगाने की दिशा में बड़ी सफलता है।”
बॉर्डर सुरक्षा और चुनावी निगरानी पर फोकस
बिहार चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए SSB और पुलिस ने इंडो-नेपाल सीमा पर चेकिंग, सर्च ऑपरेशन और इंटेलिजेंस नेटवर्क को मजबूत किया है।
सीमावर्ती जिलों — मधुबनी, सीतामढ़ी, सुपौल, अररिया — में विशेष चौकसी बरती जा रही है ताकि किसी प्रकार की मनी लॉन्ड्रिंग या हवाला गतिविधि को रोका जा सके।
स्थानीय प्रशासन की सराहना
स्थानीय नागरिकों ने इस कार्रवाई की सराहना की है।
जयनगर निवासी संजय ठाकुर ने कहा,
“सीमा पर इस तरह की कार्रवाई आम नागरिकों में विश्वास पैदा करती है। पुलिस और SSB का सक्रिय होना चुनाव के समय बेहद ज़रूरी है।”
FAQ: जयनगर SSB छापेमारी से जुड़े प्रमुख सवाल
1. यह छापेमारी कहाँ की गई?
यह छापेमारी जयनगर, मधुबनी (बिहार) में इंडो-नेपाल बॉर्डर के पास की गई।
2. कितनी राशि बरामद की गई?
भारतीय ₹29.97 लाख और नेपाली ₹64 लाख की नकदी बरामद की गई।
3. क्या किसी की गिरफ्तारी हुई?
नहीं, छापेमारी में अभी तक किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
4. छापेमारी किसने की?
48वीं वाहिनी SSB की ‘G’ कम्पनी ने, उप कमांडेंट विवेक ओझा के नेतृत्व में यह कार्रवाई की।
5. मनी एक्सचेंजर कौन है?
राजकुमार पासवान, पिता बालेश्वर पासवान, जो जयनगर में मनी एक्सचेंज का काम करते थे।
6. SSB की इस कार्रवाई का उद्देश्य क्या था?
सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध मनी एक्सचेंज और संदिग्ध वित्तीय गतिविधियों पर रोक लगाना।
निष्कर्ष
बिहार चुनाव से पहले यह छापेमारी सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और समन्वय का बड़ा उदाहरण है।
SSB की यह कार्रवाई न केवल अवैध धन के प्रवाह को रोकने में सहायक है, बल्कि सीमांत इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में अहम कदम है।
📖 अधिक जानकारी के लिए देखें: Sashastra Seema Bal (SSB) Official Website