
बिहार में बाढ़ पीड़ितों को बड़ी राहत: 6 लाख से ज्यादा परिवारों के खाते में भेजे गए 437 करोड़
पटना: बिहार में इस साल आई बाढ़ ने लाखों परिवारों को प्रभावित किया है। गंगा नदी के किनारे बसे 10 जिलों में बाढ़ का असर सबसे ज्यादा पड़ा है। ऐसे हालात में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित परिवारों को बड़ी राहत दी है। शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने 437 करोड़ 50 लाख रुपए की अनुग्रहित राहत राशि सीधे डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से पीड़ित परिवारों के बैंक खातों में भेजी।
26 लाख से ज्यादा लोग हुए प्रभावित
राज्य सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, इस बार की बाढ़ से 10 जिलों के 26 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। जिनमें भोजपुर, पटना, सारण, वैशाली, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार जिले शामिल हैं। इन जिलों के दियारा इलाकों और निचले क्षेत्रों में बाढ़ का पानी अभी भी फैला हुआ है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सीएम नीतीश ने किया हवाई सर्वे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे भी किया था और हालात का जायजा लिया था। इसके बाद उन्होंने संबंधित जिलों के अधिकारियों और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए थे।
कितने परिवार हुए लाभान्वित?
बाढ़ प्रभावित परिवारों को सरकार की ओर से प्रति परिवार 7000 रुपए की सहायता राशि दी गई है। इस बार कुल 6 लाख 25 हजार परिवारों के बैंक खाते में सीधे 437 करोड़ 50 लाख रुपए की राहत राशि पहुंचाई गई।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा –
“राज्य के खजाने पर सबसे पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। सरकार हर संभव मदद उनके साथ खड़ी है।”
सरकार की तरफ से चल रहे राहत कैंप
आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कैंप भी शुरू किए हैं, जहां लोगों को भोजन, दवा और रहने की व्यवस्था दी जा रही है। साथ ही नावों की मदद से भी ग्रामीण इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
कार्यक्रम में मौजूद रहे कई मंत्री
मुख्यमंत्री आवास में आयोजित इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी और आपदा प्रबंधन मंत्री विजय कुमार मंडल मौजूद रहे। बिहार सरकार के IPRD की ओर से भी जानकारी साझा की गई कि यह राशि डीबीटी के माध्यम से सुरक्षित और पारदर्शी तरीके से भेजी गई है।
नतीजा
इस बार की बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए यह राशि बड़ी राहत मानी जा रही है। सरकार का मानना है कि समय पर आर्थिक सहयोग मिलने से प्रभावित परिवारों की मुश्किलें कुछ हद तक कम होंगी। हालांकि अभी भी कई इलाकों में पानी भरा है, ऐसे में सरकार ने बचाव और राहत कार्य को और तेज करने के निर्देश दिए हैं।