Home खास खबर बाबा साहब के वायरल वीडियो से बिहार की राजनीति में भूचाल, सम्राट चौधरी ने लालू यादव से मांगी माफी

बाबा साहब के वायरल वीडियो से बिहार की राजनीति में भूचाल, सम्राट चौधरी ने लालू यादव से मांगी माफी

7 second read
Comments Off on बाबा साहब के वायरल वीडियो से बिहार की राजनीति में भूचाल, सम्राट चौधरी ने लालू यादव से मांगी माफी
0
5

पटना, 15 जून 2025राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन पर वायरल हुए दो वीडियो ने बिहार की राजनीति को हिला कर रख दिया है। इन वीडियो में देखा गया कि डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर जमीन पर रखी गई, जिससे राजनीतिक गलियारों में आक्रोश की लहर दौड़ गई है

इस मुद्दे को लेकर राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लालू यादव पर तीखा हमला किया और इस घटना को “लोकतंत्र का काला अध्याय” बताते हुए सार्वजनिक माफी की मांग की है।

क्या बोले सम्राट चौधरी?

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सम्राट चौधरी ने कहा:

“लालू यादव के जन्मदिन पर बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया गया। उनकी तस्वीर को नीचे फर्श पर रखा गया। यह लोकतंत्र और दलित समाज के प्रति घोर अपमान है। लालू जी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लालू यादव लोकतंत्र को तानाशाही में बदलने की कोशिश कर रहे हैं, और अतिपिछड़ा वर्ग व दलित समाज का लगातार अपमान कर रहे हैं।

JDU का भी हमला, अभिषेक झा ने बोला हमला

जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने भी लालू यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि:

“यह सिर्फ एक वीडियो नहीं, बल्कि बाबा साहेब का अपमान है। जिनके कारण हम आज संविधान और अधिकारों की बात कर सकते हैं, उन्हें जमीन पर गिराकर फोटो खिंचवाना असहनीय है।”

RJD का जवाब: “BJP का प्रोपेगेंडा”

इस विवाद पर RJD की ओर से विधायक मुकेश रौशन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि:

“यह BJP की सोची-समझी साजिश है। उनके पास जनता से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं बचा है। वह सिर्फ अफवाहें फैलाकर दलितों को गुमराह करने का काम कर रही है।”

RJD का दावा है कि वायरल वीडियो तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और इसका उद्देश्य चुनावी ध्रुवीकरण करना है।

राजनीतिक विश्लेषण: क्या यह सिर्फ विवाद या चुनावी मोड़ की तैयारी?

2025 विधानसभा चुनाव से पहले यह मामला दलित वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि BJP इस विवाद को भावनात्मक मुद्दा बना सकती है, जबकि RJD इसे “झूठा प्रोपेगेंडा” कहकर बचाव में है।

Load More Related Articles
Load More By Seemanchal Live
Load More In खास खबर
Comments are closed.

Check Also

बेगूसराय: इतिहास, संघर्ष और सांस्कृतिक चेतना की भूमि- नाम की उत्पत्ति – ‘बेगू की सराय’ से ‘बेगूसराय’ तक

जब कोई बिहार के दिल की बात करता है, तो बेगूसराय का नाम स्वतः ही उभर आता है। गंगा की कल-कल …