
खनन विभाग की अनोखी पहल, अवैध खनन की सूचना देने पर नीतीश सरकार देगी पुरस्कार
Bihar Nitish Government: बिहार में अवैध खनन पर रोक लगाने की पहल के तहत के नीतीश सरकार ने एक अनोखी योजना शुरू की है।
Bihar Nitish Government बिहार में अवैध खनन की जानकारी देने वालों को नीतीश सरकार ने पुरस्कृत करने की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खान एवं भूतत्व विभाग के अंतर्गत अवैध खनन कर राजस्व चोरी करने वाले खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई में सहयोग करने वाले बिहारी योद्धाओं के सम्मान कार्यक्रम का गुरुवार को शुभारंभ किया।
अवैध खनन और उसकी ढुलाई करने वालों के खिलाफ बिहार में खनन विभाग सघन अभियान चला रहा है। इसमें आम लोगों की सहभागिता रहे, इसके लिए योजना चलाई गई है। अवैध खनन में लगे ट्रैक्टर की सूचना देने वालों को पांच हजार रुपये और ट्रक की सूचना देने वालों को दस हजार रुपये दिए जा रहे हैं। विभाग ऐसे सूचना देने वालों को बिहारी योद्धा का खिताब भी दे रहा है। गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसे बिहारी योद्धाओं को पुरस्कार राशि दी।
खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने खान एवं भूतत्व विभाग के अंतर्गत अवैध खनन कर राजस्व चोरी करने वाले खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई में सहयोग करने वाले 24 बिहारी योद्धाओं के खाते में पुरस्कार स्वरूप मिलने वाली राशि ट्रांसफर की। अवैध खनन कर राजस्व चोरी करने वाले खनन माफियाओं की सूचना देने वाले को यह राशि प्रदान की जा रही है।
5 से 10 हजार तक मिली पुरस्कार राशि
बता दें, ट्रैक्टर की सूचना देने वाले को 5 हजार और ट्रक की सूचना देने वाले योद्धाओं को 10 हजार रुपये की पुरस्कार राशि सम्मान स्वरूप दी गई। उप मुख्यमंत्री और खान मंत्री विजय सिन्हा ने बताया कि नवंबर 2024 तक 1 हजार 718 करोड़ का लक्ष्य राजस्व प्राप्त किया गया है और बालू माफिया बिहार से जल्द ही खत्म हो जाएंगे। बिहार में ओवरलोडिंग बंद हैं और कुल 21327 छापेमारी, 2742 एफआईआर, 1080 गिरफ्तारी और 8696 वाहनों को जब्त किया गया है। अवैध खनन कर्ताओं से करोड़ों रुपये (1,09,47,91,000/-) वसूले गए हैं।
इस अवसर पर खान एवं भूतत्व विभाग के प्रधान सचिव नर्मदेश्वर लाल ने प्रेजेंटेशन के जरिए अपने विभाग के अपडेट कामों की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने अवैध खनन की रोकथाम के लिए किए जाने वाले कार्य, विभाग में हो रहे इनोवेशन सहित अन्य कार्यों की पूरी जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान खान एवं भूतत्व विभाग के कार्यों पर आधारित एक लघु फिल्म प्रेजेंटेड की गई।