
पटना, बिहार:
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एक बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया गया है। ‘ऑपरेशन मतदाता शुद्धिकरण’ नामक विशेष अभियान की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य है — मतदाता सूची को पूरी तरह से वास्तविक और सटीक बनाना।
फर्जी वोटर होंगे बाहर, असली को मिलेगा अधिकार
इस अभियान के तहत, मृत, फर्जी या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जाएंगे, ताकि सिर्फ वास्तविक और जीवित नागरिक ही वोट डाल सकें। इससे फर्जी वोटिंग पर प्रभावी रोक लगेगी और लोकतंत्र की गुणवत्ता बेहतर होगी।
30 जून से BLO करेंगे सत्यापन
जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने बताया कि 30 जून 2025 से BLO (ब्लॉक लेवल ऑफिसर) हर घर जाकर मतदाता सूची का फिजिकल सत्यापन करेंगे। हर परिवार के लिए एक विशेष फॉर्म भरना अनिवार्य होगा।
फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि: 25 जुलाई 2025
“यदि समय पर फॉर्म नहीं भरा गया, तो मतदाता का नाम सूची से हट सकता है,” — डॉ. त्यागराजन एसएम
ऑनलाइन विकल्प और हेल्पलाइन
-
जिनका नाम हट गया है या सुधार करना है, वे ऑनलाइन पोर्टल से आवेदन कर सकते हैं।
-
जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 1950 उपलब्ध है।
500 स्वयंसेवकों की टीम कर रही मदद
-
इस अभियान में BLO के साथ-साथ शिक्षा विभाग, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविकाएं, व अन्य सरकारी कर्मचारी भी सहयोग कर रहे हैं।
-
कुल 500 वॉलंटियर्स की टीम सक्रिय रूप से काम में जुटी है।
दस्तावेज़ क्या चाहिए?
-
1987–2003 के बीच जन्मे नागरिकों से:
🔸 जन्मस्थान प्रमाण
🔸 मां का पहचान पत्र -
2003 के बाद जन्मे नागरिकों से:
🔸 माता या पिता का वैध पहचान पत्र
लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में पहल
डॉ. त्यागराजन ने कहा:
“यह अभियान पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव के लिए एक मजबूत कदम है। लेकिन इसे सफल बनाने के लिए जनसहयोग बेहद आवश्यक है।”
निष्कर्ष:
बिहार प्रशासन का यह प्रयास न केवल चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएगा, बल्कि लोकतंत्र में नागरिकों के भरोसे को भी बढ़ाएगा। अब आपकी ज़िम्मेदारी है कि अपने वोटर डेटा को जांचें और समय रहते अपडेट करें।