
बिहारी छात्रों से मारपीट पर गरमायी सूबे की सियासत, मुख्य सचिव ने की पंजाब के चीफ सेक्रेटरी से बात – BIHARI STUDENTS ATTACKED IN PUNJAB
पंजाब में बिहारी छात्रों की सुरक्षा को लेकर सरकार ने गंभीरता दिखाई है. मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने वहां के चीफ सेक्रेटरी से बात की.
पटना: पंजाब के बठिंडा स्थित एक विश्वविद्यालय में बिहारी छात्रों के साथ मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बिहार के नेताओं ने सरकार से मामले को गंभीरता से लेने और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है. अब इसको लेकर बिहार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर शुक्रवार को पंजाब के मुख्य सचिव से बात की है. उन्होंने बिहार के छात्रों को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की.
मुख्य सचिव ने पंजाब के चीफ सेक्रेटरी से की बात: मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने पंजाब के मुख्य सचिव केएपी सिन्हा से इसे गंभीरता से लेने के लिए कहा है. पंजाब के मुख्य सचिव ने बिहार के छात्रों की सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. पंजाब के मुख्य सचिव ने कहा कि संबंधित अधिकारी घटनाक्रम पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं.
“दूसरे राज्यों को मुख्यमंत्रियों को भी बिहार में नीतीश कुमार के शासन से सीख लेने की जरूरत है. बिहार में भी कई बड़े शैक्षणिक संस्थान हैं लेकिन किसी दूसरे राज्यों के लोगों के साथ कोई भी भेदभाव नहीं किया जाता. बिहार सरकार पंजाब में हुई इस घटना को लेकर वहां के अधिकारियों से बात कर रही है लेकिन इस मुद्दे पर विपक्षी दलों को भी अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए.”- अंजुम आरा, प्रवक्ता, जनता दल यूनाइटेड
बिहार की राजनीति गरमायी: इस मुद्दे को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है. बीजेपी और जेडीयू ने इसको लेकर विपक्ष और इंडिया गठबंधन पर हमला बोला है. जेडीयू ने जहां बिहारी छात्रों की सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है, वहीं बीजेपी ने कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को बिहार के लोगों ने वोट नहीं दिया था, उसी का बदला वह पंजाब में बिहारी छात्रों की पिटाई करवाकर ले रहे हैं.
बिहार के युवराज तेजस्वी यादव जो अरविंद केजरीवाल के तारीफ में कसीदे गढ़ते रहते हैं आज जब पंजाब में बिहार छात्र पीट रहे हैं तो वह मोनी बाबा बने हुए हैं. अगर कोई राज्य का आदमी आपको चुनाव में वोट नहीं करेगा तो क्या उसे राज्य के छात्रों के साथ वहां पर मारपीट की घटना होगी. यह अत्यंत दुखद घटना है.”- मनीष पांडेय, प्रदेश प्रवक्ता, भारतीय जनता पार्टी
आरजेडी ने की गृहमंत्री से हस्तक्षेप की मांग: वहीं, आरजेडी प्रवक्ता सारिका पासवान ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि गृह मंत्री बोलते हैं कि बिहार आएंगे और डेरा डालेंगे और दूसरी तरफ बिहार के छात्रों के साथ इस तरीके की घटना घटती है और वह चुप बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा कि यदि क्षेत्र के नाम पर लोगों को प्रताड़ित किया जाता है तो यह सही नहीं है, यह शर्म की बात है.
“बिहार, पंजाब महाराष्ट्र या असम हो, मैं पूरे देश की बात करती हूं. राज्यों में जिस किसी की भी सरकार हो. चाहे महागठबंधन की सरकार क्यों ना हो, हम इस मामले को देख रहे हैं लेकिन केंद्र की सरकार पूरे देश का संचालन करती है. किसी क्षेत्र के नाम पर किसी के ऊपर दूसरे राज्य में अत्याचार हो रहा है तो इस मामले को केंद्र सरकार को देखना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री और पंजाब के मुख्यमंत्री को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए.”- सारिका पासवान, प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल
क्या बोले डिप्टी सीएम?: वहीं, बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया है और बिहार के छात्रों को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने इस घटना के लिए पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
“बिहार के होनहारों के साथ यह व्यवहार निंदनीय है. हर बिहारी भटिंडा की गुरु काशी यूनिवर्सिटी में हुए छात्रों पर हुए जानलेवा हमले से आहत है. इस घटना में घायल हुए छात्रों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. साथ ही पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार की क्षेत्रवाद को पोषित करने वाले अराजकतावादी व्यवहार की घोर निंदा करता हूं. हमारी मांग है कि वहां की सरकार अविलंब बिहारी छात्रों की रक्षा-सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए इस घटना में शामिल दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करे.”- विजय कुमार सिन्हा, उपमुख्यमंत्री, बिहार
क्या है मामला?: दरअसल, एक वीडियो सोशल मीडिया सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. यह वीडियो पंजाब के बठिंडा का बताया जा रहा है. आरोप है कि कुछ स्थानीय लोगों ने गुरु काशी यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसकर बिहार के छात्रों पर हमला कर दिया. इसमें 20 छात्र घायल हुए हैं. किसी का सिर फटा है तो कुछ छात्रों की हड्डियां टूट गईं हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिकायत करने पर कई बिहारी छात्रों को निष्काषित कर दिया गया है.
क्यों हुआ विवाद?: जानकारी के मुताबिक कॉलेज में 17, 18 और 19 मार्च को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. छात्रों ने विभिन्न राज्यों की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए धन एकत्र किया था. बिहार के छात्रों ने भी अपने सांस्कृतिक प्रदर्शन दिखाने के लिए योगदान दिया था. एकत्र किए गए धन को लेकर दो समूहों के बीच विवाद हुआ, जिसके कारण कथित तौर पर हाथापाई हुई. घायल छात्रों ने बिहार सरकार से मदद मांगी थी, जिसके बाद ही मुख्य सचिव ने पंजाब के मुख्य सचिव से बात की है. कॉलेज प्रशासन ने भी कहा कि छात्रों के दो गुटों में ही झगड़ा हुआ था.