
गया (बिहार): बिहार में चुनावी माहौल के बीच केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने मंगलवार को गया में एक बड़ा बयान दिया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार के विकास का नया अध्याय लिखा जाएगा।
चिराग पासवान ने कहा —
“हमारे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का एक विजन है कि हम समाज के प्रत्येक व्यक्ति को कैसे सशक्त बना सकते हैं।
इसी विजन के साथ हम आगे बढ़ने के लिए काम कर रहे हैं।
हम अगले 5 वर्षों में एक स्वर्णिम इतिहास लिखने जा रहे हैं।
औद्योगीकरण से लेकर बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य तक, ताकि किसी भी बिहारी को बिहार छोड़ना न पड़े।”
उन्होंने जोर देकर कहा —
“मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगा जब तक मैं ‘बिहार को पहले’ और ‘बिहारियों को पहले’ नहीं बना देता।”
“बदलते बिहार” का संकल्प — विकास, उद्योग और शिक्षा पर फोकस
गया में आयोजित कार्यक्रम में चिराग पासवान ने कहा कि
बिहार अब पलायन नहीं, प्रगति की पहचान बनेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का उद्देश्य
रोज़गार, शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग को एक साथ लेकर चलना है।
“आज हर जिला बदल रहा है — चाहे गया हो, सीवान हो या समस्तीपुर।
हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अब कोई युवा रोज़गार की तलाश में बाहर न जाए।
उद्योग बिहार में ही लगेंगे, और बिहार का श्रम अब बिहार के विकास में लगेगा।”
चिराग पासवान ने कहा कि अगले पांच वर्षों में बिहार को ‘औद्योगिक हब’ में बदलने की दिशा में
कई परियोजनाएं तैयार हैं।
चिराग पासवान की प्राथमिकताएं — “जनता के लिए विकास, हर वर्ग के लिए अवसर”
अपने संबोधन में चिराग पासवान ने बिहार के लिए पांच प्रमुख प्राथमिकताएं गिनाईं:
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औद्योगीकरण: हर जिले में सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों का नेटवर्क खड़ा करना।
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शिक्षा: ग्रामीण इलाकों में उच्च शिक्षा संस्थान और टेक्निकल कॉलेज खोलना।
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स्वास्थ्य: प्रत्येक ब्लॉक में आधुनिक स्वास्थ्य केंद्र और अस्पताल स्थापित करना।
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रोज़गार: युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्टार्टअप फंड और स्थानीय उद्योग।
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इन्फ्रास्ट्रक्चर: सड़क, रेल और डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत करना।
“हमारे पास अब केवल वादे नहीं, बल्कि एक स्पष्ट रोडमैप है,”
उन्होंने कहा,
“बिहार को निवेश, नवाचार और अवसर का केंद्र बनाने की दिशा में हम काम कर रहे हैं।”
‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ मिशन की गूंज
चिराग पासवान का यह बयान उनके लंबे समय से प्रचारित नारे
“बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” की निरंतरता है।
उन्होंने कहा —
“जब तक हर बिहारी को गर्व से यह कहने का अवसर नहीं मिलेगा कि
‘मैं बिहार में रहता हूं और मुझे बाहर जाने की जरूरत नहीं’,
तब तक मेरी लड़ाई जारी रहेगी।”
कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं ने ‘बिहार फर्स्ट’ के नारे के साथ
चिराग पासवान के भाषण का स्वागत किया।
एनडीए के विजन से मेल खाता संदेश
चिराग पासवान ने अपने संबोधन में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री के विजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि
केंद्र सरकार ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को लेकर चल रही है,
और बिहार इस विजन का अहम हिस्सा बनेगा।
“प्रधानमंत्री का विजन है कि समाज के हर व्यक्ति को सशक्त बनाया जाए,
और बिहार के मुख्यमंत्री भी उसी दिशा में काम कर रहे हैं।
हम मिलकर बिहार को नए युग में ले जाएंगे।”
राजनीतिक संदेश — “विकास की राजनीति बनाम जातीय समीकरण”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चिराग पासवान का यह बयान
‘विकास बनाम जातीय समीकरण’ की बहस को एक नया आयाम देता है।
डॉ. मनोज झा (राजनीतिक विश्लेषक) कहते हैं —
“चिराग पासवान की राजनीति अब धीरे-धीरे ‘युवा नेतृत्व और विकास आधारित सोच’ की ओर बढ़ रही है।
उनका ‘बिहार फर्स्ट’ अभियान उन्हें एनडीए के भीतर
एक अलग पहचान देने की कोशिश है।”
गया की जनता से सीधा संवाद
गया में आयोजित जनसभा में हज़ारों की भीड़ मौजूद थी।
पासवान ने जनता से सीधा संवाद करते हुए कहा —
“गया, बोधगया और आसपास के इलाके बिहार के गौरव हैं।
यहां पर्यटन, शिक्षा और उद्योग को बढ़ावा देकर
हम इसे बिहार का ‘ग्लोबल डेस्टिनेशन’ बनाएंगे।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि
“हमारा संकल्प है कि गया और बिहार के युवाओं को
अब विकास के लिए दिल्ली या मुंबई नहीं जाना पड़े।”
बिहार के लिए औद्योगिक और रोजगार योजना
सूत्रों के अनुसार, लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास)
ने बिहार के लिए एक ‘Industrial Growth Blueprint 2025’ तैयार किया है।
इस योजना में विशेष ध्यान गया, पटना, भागलपुर और दरभंगा के औद्योगिक क्लस्टर्स पर दिया गया है।
मुख्य बिंदु —
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गया में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री हब
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पटना में टेक स्टार्टअप सेंटर
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भागलपुर में टेक्सटाइल और हैंडलूम पार्क
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दरभंगा में एविएशन ट्रेनिंग सेंटर
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. चिराग पासवान ने गया में क्या कहा?
A1. उन्होंने कहा कि अगले 5 वर्षों में बिहार को बदल देंगे और कोई बिहारी राज्य छोड़ने को मजबूर नहीं होगा।
Q2. चिराग पासवान किस विजन पर काम कर रहे हैं?
A2. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के विकास विजन पर, जिसमें औद्योगीकरण, शिक्षा और स्वास्थ्य शामिल हैं।
Q3. ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ मिशन क्या है?
A3. यह चिराग पासवान का अभियान है, जिसका उद्देश्य बिहार को आत्मनिर्भर और युवाओं को सशक्त बनाना है।
Q4. क्या यह बयान चुनावी संदर्भ में है?
A4. हां, यह बिहार चुनाव 2025 के संदर्भ में दिया गया, जहां विकास की राजनीति पर फोकस बढ़ रहा है।
Q5. चिराग पासवान का राजनीतिक संदेश क्या है?
A5. उन्होंने कहा कि जातीय समीकरणों से ऊपर उठकर अब बिहार को विकास के रास्ते पर लाना जरूरी है।
🔗 External Source: Ministry of Commerce and Industry – Bihar Industrial Growth Plan 2025