
बिहार में कोरोना वायरस एक बार फिर दस्तक दे चुका है। राजधानी पटना में बीते 24 घंटे में 6 नए मामले सामने आए हैं, जिससे जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 9 हो गई है। नए मामलों में एम्स पटना की एक महिला डॉक्टर, दो नर्स और एक अस्पताल कर्मचारी शामिल हैं। सभी को विशेष निगरानी में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पटना एम्स में कोरोना की दस्तक
सोमवार को एम्स की एक महिला डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद, उनके संपर्क में आए अस्पताल स्टाफ की भी जांच की गई। जांच में दो नर्स और एक कर्मचारी संक्रमित पाए गए। इसके बाद एनएमसीएच में दो अन्य मरीजों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
42 वर्षीय व्यक्ति भी संक्रमित
पटना के आरपीएस मोड़ इलाके के रहने वाले एक 42 वर्षीय व्यक्ति की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी संक्रमितों में से तीन को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जबकि अन्य को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
“वैक्सीनेशन की वजह से स्थिति नियंत्रण में है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज और दवाएं उपलब्ध हैं।”
— डॉ. अविनाश कुमार सिंह, सिविल सर्जन
मास्क अब अनिवार्य, अस्पतालों में सतर्कता
आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने जानकारी दी कि अस्पताल में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है और संक्रमण की स्थिति को देखते हुए 12 ऑक्सीजन बेड और 3 ICU बेड को कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किया गया है।
“क्विक रिस्पॉन्स टीम गठित कर दी गई है, जो 24×7 आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।”
— डॉ. मनीष मंडल, अधीक्षक, IGIMS
क्या करें, क्या न करें (Public Advisory)
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बुखार, खांसी या गले में खराश जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत जाँच कराएं।
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मास्क पहनें, भीड़ से बचें और हाथों को सैनिटाइज करते रहें।
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वैक्सीनेशन की डोज समय पर लें और बूस्टर डोज लगवाना न भूलें।
निष्कर्ष:
बिहार में कोविड-19 के नए मामलों ने प्रशासन को एक बार फिर सतर्क कर दिया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सतर्कता और सावधानी बेहद जरूरी है। अस्पतालों में व्यवस्था तैयार है और जनता से अपील है कि गाइडलाइंस का पालन करें।