
तेजस्वी यादव दरभंगा जा रहे हैं। उन्होंने जीवेश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग की है। तेजस्वी ने एक वीडियो जारी कर कहा कि पत्रकार से सड़क पर मारपीट करने वाले पर कार्रवाई होनी चाहिए।
पटना: बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट के मंत्री जीवेश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने इलाके में सड़क की स्थिति पर सवाल पूछने वाले एक पत्रकार के साथ न सिर्फ मारपीट करवाई, बल्कि खुद भी हमले में शामिल रहे।
तेजस्वी यादव ने एलान किया कि वे दरभंगा जाकर पीड़ित पत्रकार को अपने साथ थाने ले जाएंगे और मंत्री मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे। इसके बाद वे पीड़ित यूट्यूबर को लेकर दरभंगा के सिंहवाड़ा थाने पहुंचे और वहां जीवेश मिश्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो चक्का जाम होगा।
बिहार पूरी तरह अराजक
तेजस्वी यादव ने कहा कि जीवेश मिश्रा पर पहले से ही नकली दवा बेचने के मामले में एफआईआर दर्ज है, इसके बावजूद मुख्यमंत्री ने उन्हें कैबिनेट में जगह दी। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री जाले विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर रहे थे, तभी मंत्री मिश्रा ने पत्रकार धीरज पर जानलेवा हमला करवाया। उन्होंने सवाल किया कि क्या बिहार में फिर से 2005 से पहले वाला जंगलराज लौट आया है?
कानून व्यवस्था पर सवाल
तेजस्वी यादव ने कहा कि पीड़ित पत्रकार थाने गए लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि गरीब को शराब के नाम पर पकड़कर जेल भेजा जाता है, लेकिन जब मंत्री अपराध करते हैं तो उन पर कार्रवाई तक नहीं होती। क्या बिहार में कानून का राज खत्म हो गया है?
पत्रकारों को सवाल करने का अधिकार
तेजस्वी यादव ने कहा कि पत्रकार धीरज नाम के रिपोर्टर ने सड़क निर्माण को लेकर सवाल किया तो मंत्री के समर्थकों ने उसकी पिटाई कर दी। वीडियो में मंत्री मिश्रा खुद पुलिसकर्मियों से कहते नजर आ रहे हैं, “पीटो इसको।” उन्होंने कहा कि यह पत्रकारिता पर हमला है और लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है।
बिहार में जंगलराज
तेजस्वी यादव ने कहा कि आज बिहार में पूरी तरह जंगलराज है। पुलिस गरीबों को फर्जी मामलों में पकड़ रही है जबकि मंत्रियों के अपराधों पर पर्दा डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ हैं और अगर पत्रकार ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो आम जनता की आवाज कौन उठाएगा? उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की कि जीवेश मिश्रा को मंत्री पद से बर्खास्त कर जेल भेजा जाए।