गया (बिहार): बिहार के गया जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक पत्नी ने तरबूज को मौत का हथियार बनाकर अपने ही पति की जान ले ली। मृतक की पहचान केसापी गांव निवासी मंटू यादव (25) के रूप में हुई है। यह वारदात डोभी थाना क्षेत्र में हुई है, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस ने बताया कि 27 मई को मृतक के भाई ने डोभी थाना में एफआईआर दर्ज कराई। प्राथमिकी संख्या 40/25 के तहत आरोपी पत्नी लखिया देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
“पत्नी के द्वारा खाद्य पदार्थ में ज़हर मिलाकर हत्या किए जाने का मामला है। अग्रिम कार्रवाई जारी है।”
— सत्यम कुमार, सब-इंस्पेक्टर, डोभी थाना
शादी में दरार और हत्या की साजिश
परिजनों के अनुसार मंटू यादव पेशे से ट्रक में खलासी का काम करता था। उसकी शादी 2022 में झारखंड के हंटरगंज निवासी लखिया देवी से हुई थी। शादी के बाद से ही लखिया अपने मायके में ज़्यादा वक्त बिताती थी। एक महीने पहले ही वह ससुराल लौटी थी।
झगड़ा, बुलावा और फिर बंद कमरे में ‘मौत’
घटना से दो दिन पहले मंटू शराब पीकर घर आया था, जिसके चलते दोनों के बीच झगड़ा हुआ। उसी रात मंटू काम पर चला गया। बाद में पत्नी ने फोन कर उसे घर बुलाया। वापस आने पर उसे बंद कमरे में तरबूज खाने को दिया गया। कुछ ही देर में कमरे से चीख-पुकार की आवाज़ें आने लगीं।
मंटू की आखिरी बात: “तरबूज में ज़हर था”
परिजनों ने जब दरवाजा खोला तो मंटू गंभीर हालत में मिला और बताया कि पत्नी ने तरबूज में ज़हर मिलाकर उसे खिलाया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया है।
“पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ज़हर की पुष्टि होगी। आरोपी से पूछताछ जारी है और पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है।”
— डोभी थाना पुलिस अधिकारी
न्याय की उम्मीद और सख्त कार्रवाई की मांग
परिजन आरोपी पत्नी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं स्थानीय लोग इस घटना को लेकर स्तब्ध हैं कि घरेलू कलह की परिणति इतनी खौफनाक हत्या में हो सकती है।
निष्कर्ष:
गया की यह घटना न सिर्फ रिश्तों की विडंबना दिखाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि घरेलू हिंसा और अविश्वास समाज में कैसे जानलेवा रूप ले सकते हैं। पुलिस की कार्रवाई और न्याय प्रक्रिया से इस सनसनीखेज हत्या की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।



