
मांझी का लालू परिवार पर व्यंग्य — “राजद बनी तो हर परिवार को चाँद और मंगल पर मिलेगा फार्महाउस!”
रिपोर्टर: सीमांच लाइव ब्यूरो
स्थान: पटना, बिहार
तारीख: 10 अक्टूबर
घटना का सारांश:
बिहार की राजनीति में फिर एक बार तंज और व्यंग्य के तीर चले हैं।
हम पार्टी (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जितन राम मांझी ने लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा —
“लालू परिवार की सत्ता के प्रति बौखलाहट देखकर ऐसा लगता है कि तेजस्वी यादव अगले प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा करेंगे कि अगर बिहार में राजद सरकार बनी तो हर परिवार के एक सदस्य को चाँद और मंगल ग्रह पर चार कठ्ठे का फार्महाउस दिया जाएगा!”
मांझी का व्यंग्य और लोकभाषा का तड़का:
मांझी ने अपने ट्वीट में बिहार की लोकभाषा शैली का प्रयोग करते हुए तेजस्वी पर व्यंग्य करते हुए लिखा —
“बेटा ललटेनवा… गदहा चाहे कितनी कोशिश कर ले ओकर सिर पर सिंग नहीं निकल सकता, बूझे?”
उनका यह बयान न केवल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, बल्कि बिहार की सियासत में नए बहस का मुद्दा भी बन गया है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि:
यह बयान ऐसे समय आया है जब बिहार में
-
महागठबंधन (राजद-कांग्रेस-लेफ्ट) के बीच सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है,
-
और एनडीए गठबंधन (भाजपा-जदयू-हम) में अंदरूनी समीकरण नए सिरे से बन रहे हैं।
मांझी, जो अब एनडीए का हिस्सा हैं, ने यह बयान देकर राजद पर राजनीतिक दबाव बढ़ाने की कोशिश की है।
मांझी का इशारा:
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मांझी का यह बयान राजद की लोकलुभावन राजनीति (populism) पर कटाक्ष है।
हाल ही में तेजस्वी यादव ने युवाओं के लिए रोजगार और गरीब परिवारों के लिए सहायता योजनाओं की घोषणा की थी, जिस पर विपक्ष ने उन्हें “अवास्तविक वादों का राजा” कहा था।
विश्लेषण: व्यंग्य में छिपा राजनीतिक संदेश
राजनीतिक विश्लेषक प्रो. अरुण मिश्र कहते हैं —
“मांझी का व्यंग्य भले मज़ाकिया हो, लेकिन इसके पीछे एक गंभीर राजनीतिक संदेश है —
वे यह दिखाना चाहते हैं कि राजद के वादे ज़मीनी नहीं, बल्कि कल्पनात्मक हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि मांझी के इस बयान से वे एनडीए में अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं और राजद के जनाधार वाले इलाकों में माहौल बनाना चाहते हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया:
मांझी का यह ट्वीट कुछ ही घंटों में वायरल हो गया।
-
समर्थकों ने इसे “हास्य के साथ सच्चाई का तीर” बताया।
-
वहीं राजद समर्थकों ने इसे “बेबुनियाद हमला” कहा।
राजद की ओर से अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है,
लेकिन पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि “तेजस्वी यादव इस पर जवाब नहीं देंगे, बल्कि जनता के मुद्दों पर ध्यान देंगे।”
मांझी की बढ़ती सियासी सक्रियता:
पिछले कुछ हफ्तों से मांझी लगातार
-
एनडीए के कार्यक्रमों में सक्रिय हैं,
-
और विपक्षी दलों पर व्यंग्यात्मक शैली में हमले कर रहे हैं।
उनकी यह रणनीति उन्हें बिहार की राजनीति में “विचारक और जननेता” दोनों के रूप में स्थापित करने की दिशा में देखी जा रही है।
निष्कर्ष:
जितन राम मांझी का ट्वीट सिर्फ एक व्यंग्य नहीं, बल्कि बिहार की सियासी गर्मी का नया अध्याय है।
जहां एक ओर वे हास्य के माध्यम से राजद पर हमला कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर एनडीए में अपनी जगह मजबूत कर रहे हैं।
अब देखना होगा कि राजद नेतृत्व इस तंज का जवाब देता है या इसे नज़रअंदाज करता है।
संदर्भ स्रोत:
-
[PTI / Language Desk – Patna, 10 Oct]