
Covid-19 महामारी को लेकर दिल्ली सरकार की तैयारियो का असली चेहरा सामने आया है.केशव पुर डिपो के एक कर्मचारी की रिपोर्ट करोना पॉज़िटिव आयी है
वह लगातार डिपो में अलग अलग सीट पर नौकरी कर रहा था कभी ATM मशीन कभी cash सेक्शन कभी कंप्यूटर सेक्शन, उसको ड्यूटी के दौरान बुखार हुआ सरकारी अस्पताल में स्वयं टेस्ट कराने गया लेकिन डॉक्टरों ने कुछ सवाल किए और कहा की ज्यादा सिम्टम्स होंगे तो जांच होगी आप अपने घर में रहो 14 दिन तक .
उसने अपनी जांच प्राइवेट अस्पताल में कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव निकली .corona सेंटर से KPD मैं सूचना दी गई और उसे वहां के लोगों ने एडमिट कराया और साथ ही यह सूचना दी गई की कौन-कौन कर्मचारी उसके संपर्क में आये है सूचना मिलने पर डीटीसी ने किसी की कोई जांच नहीं कराई अपने 5-7 कर्मचारियों को होम क्वॉरेंटाइन के लिए बोल दिया जबकि उसके संपर्क में आने वालों की सूची बहुत लंबी है किसी की कोई जांच नहीं हुई .पूरा डिपो सील होना चाहिए था लेकिन उन पांच सात लोगों को बोला गया की संपर्क में आने वाले शादीपुर डिपो के भी कुछ कर्मचारी हैं प्रशासन अभी तक उनके बारे में कोई जानकारी भी नहीं निकाली है सरकार के सतर्क ना होने के कारण यह वायरस न जाने कहां कहां तक कर्मचारियों के परिवारों तक पहुंचने की संभावना बनी हुई है कर्मचारी कोरोना वॉरियर्स बनकर लड़ रहे हैं लेकिन सरकारें इनके साथ खिलवाड़ कर रही है बड़ी विडंबना का विषय है कोई इंसाफ दिलाओ इन मंत्रियों का कुछ नहीं जाता
कर्मचारियों की जान चली जाएगी कर्मचारियों के लिए ठोस नीति बननी चाहिए उनके परिवारों को भी जीने का हक है यूनियन अपने मजदूर कर्मचारियों के साथ तत्पर खड़ी है कर्मचारियों के हक के लिए हर कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है
*DTC कर्मचारी एकता यूनियन,*
महामंत्री ललित चौधरी–9582180001
कार्यकारिणी अध्यक्ष– मनोज शर्मा–9911905268