
सेंट्रल-डिस्ट्रिक्ट इलाके की पुलिस ने मंगलवार को तीन मासूम बच्चियों को सकुशल उनके माता पिता के पास पहुंचाया । सेंट्ल डिस्ट्रिक्ट उपायुक्त संजय भाटिया ने मीडिया-समक्ष बताते हुए कहां दोपहर दस बजे के करीब एएसआई सैफुद्दीन ने डीबीजी रोड पर बने करोलबाग बस स्टैंड पर तीन छोटी नाबालिग-बच्चियां जिसमें से एक नाम खुशी उम्र (13) सुहानी उम्र(8) और आरुषि उम्र (7) को बुरी तरह से विचलित व रोते हुए देखा । एएसआई सैफुद्दीन के पूछने पर बच्चियों ने बताया,अपने पिता जो काली बड़ी में दुकान चलाते हैं वहां आई हुई थी,उनके पिता ने उन्हें 73. नंबर की बस से घर जाने को कहा था । लेकिन तीनों बच्चियां गलत बस मे बैठकर करोल बाग पहुंच गई । एएसआई ने थाने से महिला पुलिस स्टाफ को बुलाया । घर जाने का रास्ता समझ में नही आने पर वह बुरी तरह से हताश व परेशान बच्चियों को एसआई प्रिया ने पानी पिलाते हुए,बच्चियो के घर की जानकारी लेते हुए बुरी तरह से परेशान बच्चियों को उनके घर तक पहुंचाने का भरोसा दिलाते हुए उन्हें थाने में लाकर खाना खिलाने के बाद,तीनों मासूम-बच्चियों को सकुशलता पूर्वक उनके माता पिता के पास पहुंचाया । डीसीपी संजय भाटिया ने इस सजग- कार्यशैली के लिए पुलिस टीम के अत्यंत सराहनीय कार्य की तारीफ करते हुए बधाई का मुख्य-पात्र बताया । बता दें,यदि यह तीनों मासूम-बच्चियां किसी गलत हाथों का शिकार हो जाती,तो उनका मासूम-भविष्य हमेशा के लिए अंधकारमयी में हो सकता था । मध्यम-जिले की पुलिस ने (दिल्ली-पुलिस,दिल की पुलिस) नाम को सार्थक करते हुए सजग व सतर्क-कार्यशैली को दिया अंजाम । तीन मासूम भविष्य को सुरक्षित हाथों में पहुंचाने के लिए सेंट्रल-डिस्ट्रिक्ट इलाके के लोग पुलिस द्वारा सतर्कता से की गई कार्यप्रणाली पर खुशी जाहिर करते नजर आए,जो वाकई में काबिले तारीफ है ।