
मधुबनी गोली कांड के जरीए कानून व्यवस्था पर सवाल
प्रदीप कुमार नायक
मधुबनी हत्याकांड के बाद बिहार में सियासत भी उफान पर हैं।पश्चिम बंगाल के चुनावी दौरे से लौटने के बाद बिहार के प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव मधुबनी जिले के बेनीपट्टी अनुमंडल अंतर्गत मोहम्मदपुर गांव नरसंहार में मारे गए लोंगो के परिजन से मिलने पहुँचे हैं।तेजस्वी यादव ने मधुबनी कांड के जरिए बिहार के कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
उन्होंने मधुबनी के एस. पी. और डी. एस. पी.को तत्काल हटाने की मांग की हैं।जब तक ये दोनों अधिकारी मधुबनी में टिके रहेंगे तब तक इस मामले की निष्पक्ष जांच संभव नही हैं।क्योंकि रक्षक ही रावण बने बैठे हैं।बताते चले कि 29 मार्च यानी होली के दिन मोहहमदपुर गांव में रहने वाले पूर्व सैनिक सुरेंद्र सिंह का परिवार होली खेल रहा था।
उसी दौरान अचानक गांव में ही हथियार बन्द लोगो ने उन्हें घेर लिया और उनके परिवार पर फायरिंग शुरु कर दी।इस घटना में मौके पर ही पूर्व सैनिक के दो बेटों की मौत हो गई।सुरेंद्र सिंह के एक भतीजे जो बी.एस. एफ.के जवान थे वह भी होली के छुट्टी में गांव आये हुए थे।गोलियां उन्हें भी लगी ।इसके अलावे पीड़ित पक्ष के पड़ोसी महंत के बेटे को भी गोली लगी।इन लोंगो की हत्या से लोगो के बीच हड़कंप मच गया।