
राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी को ध्यान में रखकर लिया लॉक डाउन बढ़ने का फैसला
कोरोना वायरस की महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र ने, राज्य भर में लॉक डाउन 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। राज्य के उद्धव ठाकरे की सरकार ने कोरोना वायरस से केस की बढ़ती संख्या को मद्देनजर रखते हुए राज्य भर में लॉक डाउन बढ़ने का निर्णय लिया है। ये फैसला देश व्यापी हुए तीसरे लॉक डाउन के आखिरी दिन लिया गया है, जब पूरा देश चौथे लॉक डाउन के केंद्र द्वारा निर्देशों का इंतज़ार कर रहा है।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा लॉक डाउन के बढ़ाये जाने के बाद सरकार ने ये भी कहा की अभी जिन जिन जगहों पर लॉक डाउन में रियायतें दी जाएंगी उसकी घोषणा सरकार एक नोटिफिकेशन के द्वारा जल्द करेगी।
पूरे देश में दर्ज कोरोना के संपूर्ण केस का लगभग एक तिहाई केस फिलहाल महाराष्ट्र में ही है। राज्य में कोरोना वायरस से सक्रमित मरीजों की संख्या 30,000 के पार पहुंच गयी है जिसमे, बस शनिवार को ही 1,606 नए मामलो की पुष्टि हुई है। मुंबई शहर में शनिवार को नए 884 नए केस देखने को मिले है जिसके बाद सिर्फ मुंबई में कोरोना संक्रमित केस की संख्या 18,555 पहुंच गयी है।
महाराष्ट्र में मई के अंत तक लगभग 50,000 कोरोना संक्रमित केस पहुँचने की उम्मीद है जिसमे सबसे ज्यादा प्रभावित मुंबई होगा ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र से राज्य के लिए विशेष पैकेज की मांग की है।
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को अपनी सरकार की संधि पार्टी एन सी पी के प्रमुख शरद पवार से मुलाक़ात की जिसमे राज्य के अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाये जाने के लिए उठाये जाने वाले सुचारु कदमो पे विचार विमर्श किया। इससे पहले 20 अप्रैल के बाद से ही महाराष्ट्र के ऑरेंज एवं ग्रीन जोन में औद्योगिक कार्यो के लिए राज्य सरकार ने छूट दे रखी है और वहां काम भी शुरू हो चूका है।
भारत में अब तक 90,000 के ज्यादा कोरोना वायरस के केस की पुष्टि हो चुकी है जिसमे 2,872 मौत की भी पुष्टि हो चुकी है।