
मणिपुर में फ्री मूवमेंट पर फिर भड़की हिंसा, चलीं गोलियां, सड़कों पर फेंके पत्थर, एक युवक की मौत, देखें Video
Manipur Free Traffic Movement Violence : मणिपुर में शनिवार को रास्ते खुलते ही फिर दंगे भड़क गए। असामाजिक तत्वों ने जमकर हंगामा किया और सड़कों पर पत्थर फेंककर ब्लॉक कर दिए। सुरक्षा बलों ने भी आंसू गैस दागे और लाठीचार्ज किया।
Manipur Free Traffic Movement Violence : मणिपुर में फ्री ट्रैफिक मूवमेंट पर फिर हिंसा भड़क उठी। 22 महीने के बाद खुले रास्तों पर असामाजिक तत्वों ने जमकर उत्पात मचाया। कई जगहों पर गोलियां चलीं और गोले दागे गए। सड़कों पर पत्थर फेंके गए और साथ ही गाड़ियां जला दी गईं। इसे लेकर कई वीडियो सामने आए हैं। कुछ इलाकों में फिर कर्फ्यू लगा दिया गया। मणिपुर हिंसा को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
मणिपुर में शनिवार को कुकी प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें एक युवक की मौत हो गई और 25 लोग घायल हो गए। इस पर सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। स्थिति तब और बिगड़ गई, जब प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों में आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने रास्तों को ब्लॉक करने के लिए राज्य परिवहन की बस को रोकने का प्रयास किया और सड़कों पर पत्थर फेंके।
सुरक्षा बलों ने भांजीं लाठियां
अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने सेनापति जिले जाने वाली यात्री बस पर पथराव किया, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने लाठियों का भी इस्तेमाल किया। आपको बता दें कि पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में 8 मार्च से सभी रास्तों पर आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। साथ ही यह भी आदेश दिया था कि अगर कोई व्यवधान पैदा करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
कांग्रेस ने शेयर किया दंगे का Video
मणिपुर दंगे को लेकर कांग्रेस ने एक्स पर वीडियो शेयर कर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के आदेश के बाद आज मणिपुर में रास्ते खोले गए। रास्ते खुलते ही मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई। हिंसा में 1 युवक के मारे जाने की खबर है। वहीं, बड़ी संख्या में लोग घायल हैं। मोदी सरकार ने करीब 2 साल तक मणिपुर को अपने हाल पर छोड़ दिया था।
मणिपुर के लोग शांति बनाए रखें, कांग्रेस की अपील
कांग्रेस ने आगे कहा कि आखिरकार विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के दबाव में आकर राज्य की बीजेपी सरकार को बर्खास्त किया गया और अब अमित शाह को मजबूरन मणिपुर की ओर देखना पड़ रहा है, लेकिन सरकार ने इतनी देर कर दी है कि अब हालात उसके काबू में नहीं हैं। हमारी अपील है कि मणिपुर के लोग शांति बनाए रखें। राज्य को अब इस हिंसा के बुरे दौर से आगे बढ़ना होगा।