
Masood Azhar: हाईजैक, हमला और अब मातम – ऑपरेशन सिंदूर के बाद गायब है आतंक का आका
मसूद अजहर, जो कभी भारतीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा था, अब एक दर्दनाक मोड़ पर खड़ा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद, भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में सख्त एक्शन लिया है, जिसमें 70 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर आई है। इस ऑपरेशन के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी सरगना मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्य भी मारे गए हैं।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवादियों के कैंपों पर हमला
पहलवाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ एक सख्त और निर्णायक कदम उठाया। भारतीय वायुसेना, थलसेना और नौसेना के संयुक्त ऑपरेशन में पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की गई। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के कैंपों को तबाह किया गया। भारतीय सेना ने इस कार्रवाई में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
मसूद अजहर की पीड़ा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मसूद अजहर ने बुधवार को एक बयान जारी कर अपने परिवार के 14 सदस्यों की मौत की जानकारी दी। इस हमले में मसूद के परिवार के 10 सदस्य और उसके गुट के 4 आतंकवादी मारे गए हैं। रोते हुए अजहर ने कहा कि वह इस दर्द को सहन नहीं कर पा रहे हैं और अगर वह भी मर जाते तो अच्छा होता। यह बयान उसकी नकारात्मकता और आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की शक्ति का एक प्रतीक है।
मसूद अजहर का इतिहास
मसूद अजहर का जन्म पाकिस्तान के बहावलपुर में हुआ था। उसका परिवार एक पोल्ट्री फार्म चलाता था, लेकिन मसूद ने आतंकवाद की दुनिया में कदम रखा। अजहर का नाम 26/11 के मुंबई हमले में भी सामने आया था, और वह जैश-ए-मोहम्मद के संगठन का सरगना है, जो भारत में कई बड़े हमले कर चुका है। उसने भारतीय संसद पर हमले की साजिश भी रची थी, और 1999 में अपहरण के एक मामले में भारत द्वारा रिहा किया गया था।
ऑपरेशन सिंदूर और बहावलपुर हमले की प्रतिक्रिया
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग सेंटर को निशाना बनाते हुए हमला किया। इस हमले में सुभान अल्लाह मस्जिद परिसर पर चार मिसाइल दागी गईं, जिससे यह इमारत पूरी तरह से तबाह हो गई। इसके बाद, मसूद अजहर के परिवार के 14 लोगों की मौत की खबर सामने आई।
क्या होगा अब?
मसूद अजहर और उसके संगठन के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई अब और भी तेज हो सकती है। मसूद अजहर का आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की मजबूती और निडरता का सामना करना अब एक बड़ी चुनौती बन चुका है। इसके बाद क्या होगा, यह तो भविष्य ही बताएगा, लेकिन फिलहाल तो ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवादियों के लिए एक चेतावनी के तौर पर काम किया है।
यह कार्रवाई इस बात का सबूत है कि भारतीय सेना किसी भी हालात में अपने देशवासियों की सुरक्षा के लिए कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है।