
अररिया/काठमांडू | 18 सितम्बर 2025
नेपाल में Gen Z आंदोलन की आगजनी और हिंसा से ठप पड़े हालात अब धीरे-धीरे सामान्य होते दिख रहे हैं। सुशीला कार्की के नेतृत्व में बनी नई सरकार के बाद सरकारी कामकाज और भारत से जुड़े व्यापारिक नाकों पर गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं।
✦ नई सरकार से लौटी रौनक
👉 आंदोलन के दौरान सरकारी दफ्तर और भंसार कार्यालयों में तोड़फोड़ हुई थी।
👉 अब सीमावर्ती जिलों के 8 प्रमुख नाके फिर से सक्रिय हो गए हैं।
👉 भारत–नेपाल के बीच आवश्यक वस्तुओं का आदान-प्रदान प्राथमिकता पर किया जा रहा है।
✦ व्यापार की बहाली:
-
विराटनगर भंसार: पेट्रोलियम, गैस और कृषि उपज की आपूर्ति शुरू।
-
कांकड़भिट्टा (मेची नाका): जले हुए कार्यालय के बावजूद अस्थायी व्यवस्था से निर्यात-आयात सुचारू।
-
भद्रपुर नाका: सिर्फ आयात की अनुमति, संचालन फिर शुरू।
✦ ठप से चालू हुए नाके
-
बीरगंज : 2 दिन के ठहराव के बाद अब पूरी तरह सक्रिय।
-
भैरहवा (रुपन्देही) : आगजनी से बैंक जला, टेंट लगाकर भंसार कार्य शुरू।
-
कृष्णनगर व सुनौली (कपिलवस्तु) : पूर्ण संचालन में।
-
नेपालगंज (जमुनाहा) : रविवार से मालवाहक गाड़ियों की आवाजाही सामान्य।
✦ सुदूर पश्चिम में भी रफ्तार
-
गड्डाचौकी–वनबासा नाका (कंचनपुर): अब पूरी तरह चालू, सोमवार को ₹50 लाख राजस्व की वसूली।
-
गौरीफन्टा–त्रिनगर नाका: पेट्रोलियम के साथ अब सभी सामान पास किए जा रहे हैं।
✦ लोगों की जिंदगी भी पटरी पर
-
5 दिन तक ठप रहने के बाद अब बाजार और यातायात सामान्य।
-
स्थानीय लोग राहत महसूस कर रहे हैं और व्यापारिक गतिविधियां तेज हो रही हैं।
-
प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है ताकि हिंसा दोबारा न हो।