राउरकेला जिले में मई 2025 में हुए बड़े विस्फोटक लूट मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण की बड़ी कार्रवाई। गैरकानूनी गतिविधियों और हथियार कानूनों के तहत आरोप तय।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने ओडिशा के राउरकेला जिले में 4,000 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री की लूट से जुड़े सनसनीखेज मामले में बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने इस मामले में शामिल 11 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। यह मामला इस साल मई 2025 का है, जब विस्फोटक से भरे एक वाहन को अपराधियों ने बीच रास्ते से लूट लिया था।
4,000 किलो विस्फोटक की लूट — देश का बड़ा सुरक्षा मामला
यह लूट इसलिए गंभीर मानी गई थी क्योंकि:
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इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक आतंकी गतिविधियों,
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अवैध खनन,
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और संगठित आपराधिक गिरोहों द्वारा उपयोग किए जाने की आशंका थी।
इस घटना के बाद राज्य और केंद्र स्तर पर सुरक्षा एजेंसियाँ अलर्ट पर आ गई थीं।
NIA ने क्या पाया जांच में?
NIA की जांच से पता चला कि:
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लूट की योजना संगठित आपराधिक गिरोह ने बनाई थी।
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आरोपियों ने वाहन ड्राइवर को डराकर विस्फोटक से भरा ट्रक अपने कब्जे में ले लिया।
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बड़े पैमाने पर विस्फोटक को काले बाजार में बेचने की साजिश थी।
NIA ने फॉरेंसिक जांच, डिजिटल विश्लेषण, गवाहों के बयान और मौके से मिले साक्ष्यों के आधार पर चार्जशीट तैयार की।
किन कानूनों के तहत मामला दर्ज?
NIA ने आरोपियों पर निम्न कानूनों के तहत आरोप तय किए:
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गैरकानूनी गतिविधियां निवारण अधिनियम (UAPA)
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भारतीय न्याय संहिता (BNSS)
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शस्त्र अधिनियम
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तथा अन्य संबंधित धाराएँ
इन कानूनों के तहत दोष सिद्ध होने पर आरोपियों को आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है।
NIA का आधिकारिक बयान
एजेंसी ने कहा कि:
“आरोपियों ने संगठित तरीके से विस्फोटकों की लूट की साजिश रची और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने की कोशिश की।
इस मामले की जांच पूरी कर चार्जशीट दायर कर दी गई है।”
मई 2025 में कैसे हुई थी लूट? — पूरी घटना
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राउरकेला के पास एक वाहन खदान क्षेत्र से विस्फोटक लेकर जा रहा था।
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हथियारबंद बदमाशों ने वाहन को रोका और चालक को धमकाकर विस्फोटक लूट लिया।
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वे विस्फोटक को छोटे-छोटे पैकेट में बांटकर बेचने की योजना में थे।
पुलिस और NIA ने बाद में छापेमारी कर विस्फोटक का एक बड़ा हिस्सा भी बरामद किया।
क्यों है यह मामला इतना महत्वपूर्ण?
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4,000 किलोग्राम विस्फोटक कई बड़े धमाकों के लिए काफी होता है।
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राज्य में नक्सल प्रभाव वाले क्षेत्रों को देखते हुए सुरक्षा चिंताएँ और बढ़ गई थीं।
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केंद्र सरकार ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का गंभीर मुद्दा माना।
इसी कारण मामला स्थानीय पुलिस से NIA को सौंपा गया था।
अगला कदम: कोर्ट में सुनवाई शुरू होगी
चार्जशीट दायर होने के बाद अब:
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विशेष NIA कोर्ट में सुनवाई शुरू होगी
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सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं
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संपत्ति और बैंक खातों की जांच चल रही है
NIA का दावा है कि पूरे मॉड्यूल का पर्दाफाश कर लिया गया है और जल्द ही मुख्य सरगना भी गिरफ्तार होगा।



