
अनुमंडल प्रशासन के द्वारा सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं
प्रदीप कुमार नायक
*बिहार ग्राम रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष राम प्रसाद राऊत ने कहा कि मधुबनी जिले के जयनगर अनुमंडल प्रशासन के द्वारा बिहार सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है l*
श्री कृष्ण गौशाला सोसाइटी मधुबनी जिले के जयनगर इसका जीता-जागता उदाहरण है l इस संदर्भ में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित तमाम बड़े पदाधिकारियों का ध्यान को आकृष्ट करते हुए श्री कृष्ण गौशाला सोसायटी जयनगर को चालू कराने का आग्रह किए थे l
*सरकार के आदेश के आलोक में अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर के पत्रांक 02 दिनांक 04 जनवरी 2022 को पुनः दुबारा अंचल अधिकारी जयनगर को स्मारित करते हुए निर्देशित किया गया था कि वांछित प्रतिवेदन अपने मंतव्य के साथ पत्र प्राप्ति के 03 दिनों के अंदर अधोहस्ताक्षरी के अवलोकनार्थ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें l*
लेकिन 05 माह बीत जाने के बावजूद भी आदेशों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है, सिर्फ अनुमंडल प्रशासन के द्वारा टालमटोल का रवैया अपनाकर श्री कृष्ण गौशाला सोसाइटी को चालू कराने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है,
*जबकि 2021 में ही डॉ राकेश कुमार गौशाला विकास पदाधिकारी बिहार पटना के द्वारा बिहार सरकार के आदेश के आलोक में स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि श्री कृष्ण गौशाला सोसायटी जयनगर को अभिलंब क्रियाशील करने तथा गौशाला कमेटी का चुनाव कराए जाने की आवश्यकता है l गौशाला के सम्यक विकास एवं प्रत्येक गौशाला को एक आदर्श गौशाला के रूप में विकसित करने हेतु सर्वमय तथा बिहार गौशाला अधिनियम 1954 के तहत गौशाला प्रबंधन समिति का गठन आवश्यक है l चुकी मामला मुख्यमंत्री ई कंमप्लाईनस डेक्स बोर्ड पोर्टल पर है, लेकिन सरकार का आदेश रद्दी की टोकरी में पड़ा हुआ है l इस आदेश में यह भी कहा गया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अविलंब तत्संबंधी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए कृत कार्रवाई से अधोहस्ताक्षरी को अवगत कराने की कृपा करें l ऐसा निर्देश अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर सह अध्यक्ष श्री कृष्ण गौशाला सोसायटी जयनगर को प्राप्त है l*
विदित हो कि श्री कृष्ण गौशाला सोसाइटी बिहार गौशाला एक्ट 1950 की धारा 28 के अंतर्गत निबंधित है और जयनगर गौशाला की अरबों की भूमि है i इसका पदेन अध्यक्ष अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर है
*श्री कृष्ण गौशाला सोसायटी जयनगर जिला- मधुबनी की स्थापना 1922 ईस्वी में हुआ है और जयनगर नगर पंचायत के अंतर्गत 1 एकड़ 17 डिसमिल में अवस्थित है, बाकी जोतसीम जमीन एराजी रकबा लगभग साढ़े 13 बिगहा मौजा कुआढ़ थाना नंबर 79 अंचल जयनगर में पड़ता है, गौशाला की स्थापना 1922 से लेकर 1950 ईस्वी तक राज दरभंगा के राजा कामेश्वर सिंह जयनगर गौशाला के अध्यक्ष रहे हैं, उनके द्वारा ही मौज कुआड़ थाना 79 के अंतर्गत गौशाला के नाम 13 बीघा केबाला हाल सर्वे के मुताबिक 11 एकड़ 25 डिसमिल रजिस्ट्री किए हैं, जो अभी तक गौशाला उसका उपयोग करते आ रहे हैं i*
गौशाला की जमीन, बाड़ी उनके अध्यक्षीय काल में ही गो पूजन, पशु मेला के लिए मौखिक रूप से दिया गया था जिसकी बिक्री उनके वारिस करने को आतुर है और जमीन नगर पंचायत के अंतर्गत होने के कारण बहुत ही बेशकीमती है i और भू माफियाओं के बहकावे में आकर कुछ दबंग व्यक्तियों के द्वारा लिखवाया जा रहा है एवं राज दरभंगा के बारिशों के द्वारा बेचे जा रहे हैं एवं दखल कब्जा दिलाने की गारंटी भी दे रहे हैं i *जयनगर गौशाला की जमीन कुछ दबंग लोगों के द्वारा अवैध रूप से दखल कब्जा भी किए हुए हैं, जिसे खाली कराना अति आवश्यक है*
*वर्ष 2015 में श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय के द्वारा गौशाला विकास के नाम पर ₹ 20 लाख रुपए राशि की घोषणा भी की गई थी जो अभी तक अप्राप्त है,साथी गौशाला मानव शाला में तब्दील हो गया है, जयनगर अनुमंडल प्रशासन के द्वारा सिर्फ सीमांकन के नाम पर मामले को टाला जा रहा है,जो बहुत ही दुखद एवं निंदनीय बात है i*
बिहार ग्राम रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष राम प्रसाद राऊत ने कहा है कि भू-माफिया से बचाने हेतु जयनगर गौशाला की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने, घेराबंदी एवं प्रबंधन समिति का चुनाव कराने सहित अनुदान राशि देकर विकास की दिशा में उचित कदम उठाने की आवश्यकताएं हैं ताकि अरबों की संपत्ति को बचाया जा सके।