
प्रशांत किशोर ने 14 दिनों बाद गंगा में डुबकी लगाकर तोड़ा अनशन, अब सत्याग्रह का ऐलान
Prashant Kishor Broke His Fast: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने 14 दिन लंबा अनशन गंगा में डुबकी लगाकर खत्म किया। यह हड़ताल बीपीएससी परीक्षा में धांधली और छात्रों के रोजगार के मुद्दे पर थी।
Prashant Kishor Broke His Fast : प्रशांत किशोर ने 14 दिनों के बाद गंगा में स्नान करने के बाद जूस पिया और अपना आमरण अनशन समाप्त किया। इसके बाद प्रशांत किशोर ने गंगा किनारे बने जनसुराज आश्रम में जाकर सत्याग्रह आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया।
प्रशांत किशोर पिछले 2 जनवरी से बीपीएससी छात्रों के समर्थन में आमरण अनशन पर थे। 6 जनवरी की सुबह प्रशांत किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन उसी दिन कोर्ट से उन्हें बेल मिल गई थी। फिर तबियत खराब होने के कारण उन्हें 7 जनवरी को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से 11 जनवरी को उन्हें डिस्चार्ज किया गया था। प्रशांत किशोर ने आज यानी 16 जनवरी को मां गंगा में स्नान किया।
फिर मंच पर आने के बाद बीपीएससी छात्रों ने जूस पिलाकर उनका आमरण अनशन समाप्त कराया। प्रशांत किशोर ने कहा कि अगले आठ महीनों में पूरे बिहार से एक लाख युवाओं को यहां लाकर सत्याग्रह की ताकत समझाई जाएगी। समाज को जगाने के लिए तैयार किया जाएगा।
युवाओं को मिलेगी ट्रेनिंग
प्रशांत किशोर ने कहा कि यहां गंगा किनारे किराया देकर आश्रम बनाया है और यहीं से जन सुराज सत्याग्रह आश्रम चलेगा। 20 जनवरी से युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी, जो 11 मार्च तक चलेगी। इस दौरान युवाओं को बताया जाएगा कि कैसे सरकार काम कर रही है।
युवाओं के अधिकार क्या-क्या हैं। प्रशांत किशोर ने अधिकारियों को भी चेताया कि जिन अधिकारियों ने गांधी मूर्ति के पास से हमें हटाया था, वो तैयार हो जाएं, क्रिमिनल रिट के लिए कोर्ट भी जाएंगे। गांधी मूर्ति के पास से हटाया इसलिए अब गंगा जी के किनारे आ गए।