
राहुल गांधी वोटर अधिकार यात्रा बिहार में शुरू, विपक्ष और सत्ता पक्ष आमने-सामने
बिहार में कांग्रेस की बड़ी पहल “राहुल गांधी वोटर अधिकार यात्रा बिहार” के रूप में शुरू हो चुकी है। इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ पूरा इंडिया गठबंधन खड़ा है। लेकिन जैसे ही यह यात्रा आगे बढ़ी, बीजेपी नेताओं ने इस पर तीखा हमला बोलना शुरू कर दिया।
गिरिराज सिंह ने कहा– ‘कंस की राह पर राहुल’
बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह यात्रा जनता के अधिकारों की नहीं बल्कि राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश है। उन्होंने राहुल गांधी की तुलना कंस से करते हुए कहा–
“जन्माष्टमी के अवसर पर मैं कहूंगा कि श्रीकृष्ण ने कंस का नाश किया था। बिहार की राजनीति में भी कुछ कंस हैं और उनका विनाश निश्चित है।”
प्रवीण खंडेलवाल का आरोप– ‘झूठ पर आधारित यात्रा’
बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने दावा किया कि राहुल गांधी की यह वोटर अधिकार यात्रा बिहार सिर्फ झूठ की बुनियाद पर टिकी है। उनका कहना है कि यह यात्रा जनता के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस की “खोई हुई जमीन वापस लेने की रणनीति” है।
जीतन राम मांझी का तंज– ‘पत्थर पर सिर पटकने जैसा’
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी इस यात्रा को व्यर्थ बताया। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण पूरे देश में सतत प्रक्रिया है। यह केवल बिहार तक सीमित नहीं है। मांझी ने तीखा तंज कसते हुए कहा कि “राहुल गांधी की यात्रा पत्थर पर सिर पटकने जैसी है, इससे कोई फल नहीं मिलने वाला।”
निष्कर्ष
स्पष्ट है कि राहुल गांधी वोटर अधिकार यात्रा बिहार में राजनीतिक हलचल का बड़ा कारण बन चुकी है। जहां कांग्रेस इसे जनता के अधिकारों की लड़ाई बता रही है, वहीं बीजेपी इसे राजनीतिक स्वार्थ और खोई हुई जमीन की तलाश करार दे रही है।