नयी दिल्ली, 13 नवंबर | Seemanchal Live Desk:
लाल किला विस्फोट मामले में एक बड़ा खुलासा सामने आया है। दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना स्थल से एकत्र किए गए अवशेषों और नमूनों के डीएनए परीक्षण ने स्पष्ट रूप से पुष्टि की है कि विस्फोट करने वाली कार डॉ. उमर नबी ही चला रहा था। इस सप्ताह की शुरुआत में हुए शक्तिशाली विस्फोट ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उमर नबी की पहचान की पुष्टि के लिए उसके परिजनों से डीएनए नमूने लिए गए थे। मंगलवार को उसकी मां के डीएनए नमूने एकत्र कर जांच प्रयोगशाला में भेजे गए। विस्फोट स्थल से मिले जैविक अवशेषों के साथ फॉरेंसिक मिलान के बाद यह साबित हुआ कि दोनों नमूनों में मेल है।
सूत्रों के अनुसार डीएनए मिलान का परिणाम जांच के मोड़ को पूरी तरह बदल सकता है, क्योंकि इससे अब यह साफ हो गया है कि कार में उसी समय मौजूद व्यक्ति उमर नबी ही था। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि कार में विस्फोट क्यों और कैसे हुआ, और क्या यह योजनाबद्ध घटना थी या दुर्घटना।
जांच एजेंसियां कार की मूवमेंट, विस्फोटक की प्रकृति, नेटवर्क कनेक्शन और उमर नबी की पृष्ठभूमि की जांच में तेजी ला रही हैं। फॉरेंसिक विशेषज्ञों का कहना है कि डीएनए मिलान विस्फोट की दिशा और जिम्मेदारी निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाता है।
इस घटना के बाद लाल किला और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।
एजेंसियों को आशंका है कि इस विस्फोट के संभावित लिंक अन्य संदिग्ध नेटवर्क या मॉड्यूल से भी हो सकते हैं।
दिल्ली पुलिस अगले कुछ दिनों में विस्तृत रिपोर्ट जारी कर सकती है। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण जांच एजेंसियों की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं।



