
पटना, बिहार | Bihar Election Update
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है, लेकिन अब भी 32 लाख 23 हजार 23 मतदाताओं का सत्यापन होना बाकी है। यह आंकड़ा कुल 7.89 करोड़ मतदाताओं का करीब 4.08% हिस्सा है।
📌 सत्यापन कार्य में अधिकांश जिलों की प्रगति
चुनाव आयोग के अनुसार, अब तक 7.57 करोड़ से अधिक मतदाता सत्यापन प्रक्रिया में शामिल हो चुके हैं, जो कि 95.92 प्रतिशत है। सत्यापन फॉर्म डिजिटली अपलोड करने में खगड़िया (92.60%), शेखपुरा (91.89%), कैमूर (91.46%), अरवल (91.33%), जहानाबाद (91.13%), और लखीसराय (91.03%) जैसे जिले अव्वल रहे हैं।
इसके विपरीत, गोपालगंज जिला सबसे पीछे है, जहां मात्र 82.12 प्रतिशत गणना फॉर्म ही अपलोड हो पाए हैं।
🧾 अभी भी 32 लाख वोटरों ने नहीं भरा फार्म
बचे हुए वोटरों के लिए बीएलओ (BLO) द्वारा अब तक तीन से ज्यादा बार संपर्क करने की कोशिश की जा चुकी है, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है। ऐसे में अब बीएलओ का एक और विशेष राउंड शुरू किया गया है।
इसके अलावा, जो मतदाता अस्थायी रूप से बिहार से बाहर हैं, उन्हें भी सूचना देने के प्रयास हो रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में भी 5,683 वार्डों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं ताकि छूटे मतदाताओं को जोड़ा जा सके।
🗓️ एक अगस्त के बाद भी मिलेगा मौका
हालांकि, जिन मतदाताओं का नाम अभी तक नहीं जुड़ा है या किसी प्रकार की गलती हुई है, वे 1 अगस्त से 30 अगस्त तक दावे और आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे।
मतदाता, राजनीतिक दल, या उनके द्वारा नियुक्त बीएलए के माध्यम से यह सुधार कार्य किया जा सकेगा। 1 अगस्त को प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।
📍 पटना जिले की स्थिति
पटना जिले में अब केवल 6 लाख मतदाताओं का सत्यापन कार्य शेष है। अब तक जिले के 44 लाख से अधिक मतदाताओं का सत्यापन पूरा हो चुका है।
विशेष शिविरों के माध्यम से यह कार्य किया गया है। जिले के 4,000 से अधिक बूथों पर शिविर आयोजित किए गए हैं।
दीघा विधानसभा क्षेत्र में अभी सबसे अधिक सत्यापन लंबित है, जबकि बाढ़ विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक सत्यापन का कार्य संपन्न हो चुका है।