
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने एक बार फिर से सीएम नीतीश व महागठबंधन सरकार पर हमला बोला है. सुशील मोदी ने आनंद मोहन की रिहाई को लेकर भी नीतीश सरकार पर हमला बोला और उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और सपा चीफ अखिलेश यादव पर भी तंज कसते हुए तमाम मुद्दों पर जवाब मांगा है. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने सत्ता में बने रहने के लिए लालू-राबड़ी परिवार के भ्रष्टाचार और एम-वाई समीकरण के अपराध के आगे घुटने टेक कर समझौता कर लिया है.
दलित विरोधी है नीतीश सरकार
सुशील मोदी ने आगे कहा कि दलित समाज से आने वाले आइएएस जी कृष्णैया की हत्या के मामले में जिसकी सजा को सुप्रीम कोर्ट तक ने बहाल रखा, उसे रिहा करने के लिए कानून से छेड़छाड़ करना क्या कानून का राज है? इस फैसले से सरकार का दलित-विरोधी चेहरा सामने आ गया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, ममता बनर्जी और अखिलेश यादव क्या कृष्णैया हत्याकांड के दोषसिद्ध अपराधी की इस तरह हुई रिहाई को सही ठहरायेंगे?
IAS एसोसिएशन को नहीं माफ करेगी इतिहास
सुशील मोदी ने कहा कि राहुल गांधी ने भ्रष्टचार और अपराध के गंभीर मामलों में दंडित लालू प्रसाद जैसे नेताओं को राहत देने वाला विधेयक फाड़ डाला था, लेकिन जब एक दलित अधिकारी की हत्या के मामले में बिहार सरकार कानून को कमजोर कर रही है, तब वे क्यों चुप्पी साध गए? सुशील मोदी ने कहा कि यदि मारा जाने वाला अधिकारी दलित नहीं होता, तो क्या अपराधियों को ऐसे छोड़ा गया होता ? उन्होंने कहा कि इस मामले में यदि आइएएस एसोसिएशन की बिहार इकाई सरकार के डर से चुप रहती है, तो प्रशासनिक सेवा का इतिहास उसे माफ नहीं करेगा.
RJD पर बोला सीधा हमला
सुशील मोदी ने कहा कि जघन्य अपराध के मामलों में सजायफ्ता जिन 27 बंदियों को छोड़ा जा रहा है, उनमें 13राजद के एम-वाई वोट बैंक वाले समुदाय से हैं. क्या ऐसे फैसलों से प्रशासन का मनोबल नहीं तोड़ा जा रहा है ? कहा कि नीतीश कुमार अपना जनाधार और सुशासन की यूएसपी, दोनों खो चुके हैं.