
प्रदूषण का जहर: इन 5 देशों ने प्रदूषण से ऐसे जीती जंग, भारत भी ले सीख
Air Pollution- दिल्ली में इन दिनों हेल्थ इमरजेंसी लागू है। इसके मद्देनजर सरकार ने कई कदम उठाएं हैं, जिनमें निर्माण कार्यों पर रोक, सड़कों पर छिड़काव, ऑड-ईवन को लागू करना शामिल है। दुनिया के कई शहर इस तरह के हालात का सामना कर चुके हैं। देखते हैं ये शहर कैसे करते हैं स्थिति का सामना।
-पेरिस : 2015 में हवा खराब हुई तो सम-विषम लागू किया गया और सार्वजनिक परिवहन को मुफ्त किया गया। अब हर माह एक रविवार को कार मुक्त दिन मनाया जाता है।
-चीन : दिल्ली जैसे हाल जब बीजिंग में हुए तो सम-विषम शुरू किया गया। डीजल वाहन किए। यहां अब एप आधारित मिनीबस सुविधा चलाई जा रही है।
-नीदरलैंड : लोग साइकिल चलाते हैं। सरकार की कोशिश 2025 तक सभी वाहनों को बिजली और हाइड्रोजन वाहनों में बदलना है।
-लंदन : दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से प्रमुख लंदन ने ‘टॉक्सिक चार्ज’ नाम से दस पाउंड का कर शुरू कर दिया है। 2003 से यहां मध्य लंदन में अगर कोई पेट्रोल-डीजल से चलने वाला प्रवेश करे तो उसे जुर्माना देना पड़ता है।
-जर्मनी : यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी ने जलवायु प्रदूषण से निपटने के लिए यातायात जैसे क्षेत्रों के लिए कार्बन शुल्क शुरू किया है।
पर्यावरण सूचकांक में 177वें स्थान पर भारत-
भारत की पर्यावरण स्थिति की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत वैश्विक पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक में 177वें पर है। यह सूचकांक हर दो साल में जारी होता है। 2016 में में 141वें स्थान पर था। यानि कि प्रदूषण में यहां स्थिति गंभीर हो रही है