नयी दिल्ली:
भारत में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (Intangible Cultural Heritage – ICH) के संरक्षण को लेकर आयोजित यूनेस्को की एक महत्वपूर्ण बैठक का शनिवार को समापन हो गया। यह बैठक दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले में आयोजित की गई थी।
लगभग एक सप्ताह तक चले इस सत्र के दौरान अंतर-सरकारी समिति (IGC) ने विभिन्न देशों की 67 नई अमूर्त सांस्कृतिक परंपराओं को यूनेस्को की सूची में शामिल करने को मंजूरी दी। इस फैसले को वैश्विक सांस्कृतिक संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
बैठक के दौरान सदस्य देशों ने पारंपरिक कलाओं, लोक परंपराओं, रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने पर विस्तृत चर्चा की। भारत द्वारा इस बैठक की मेजबानी किए जाने को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया।
यूनेस्को ने यह भी घोषणा की कि आईजीसी (IGC) का अगला सत्र वर्ष 2026 में चीन में आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही भारत में आयोजित इस सत्र का औपचारिक समापन किया गया।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत जैसे सांस्कृतिक रूप से समृद्ध देश में इस बैठक का आयोजन वैश्विक मंच पर भारतीय विरासत की मजबूत उपस्थिति को दर्शाता है।



