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जन सुराज कहीं नहीं, बोले उपेंद्र कुशवाहा — बिहार चुनाव में एक तरफ एनडीए तो दूसरी तरफ महागठबंधन

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पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी हलचल तेज़ हो गई है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक मंच (RLM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि “जनसुराज कहीं नहीं है”, और इस बार की जंग सीधे तौर पर एनडीए और महागठबंधन के बीच है।

कुशवाहा का यह बयान उस समय आया है जब जनसुराज अभियान के नेता प्रशांत किशोर ने कुछ दिन पहले दावा किया था कि “2025 के चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और जनसुराज के बीच होगा।”


‘जनसुराज कहीं नहीं’ — कुशवाहा का तीखा बयान

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जनसुराज को लेकर जो शोर मचाया जा रहा है, उसका कोई असर जमीनी स्तर पर नहीं है।
उन्होंने कहा:

“मुझे बिहार में कहीं जनसुराज नजर नहीं आ रहा। जैसे महाभारत में पहले से पता था कि कौन विजयी होगा, वैसे ही इस चुनाव में भी साफ है कि एनडीए पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगा।”

कुशवाहा ने स्पष्ट कहा कि बिहार की सियासी जंग अब सिर्फ दो खेमों के बीच सिमट चुकी है — एनडीए और महागठबंधन।
उन्होंने जनसुराज को “राजनीतिक शोर” करार देते हुए कहा कि इसका कोई वास्तविक जनाधार नहीं है।


प्रशांत किशोर के दावे पर पलटवार

18 अक्टूबर को प्रशांत किशोर (PK) ने दावा किया था कि बिहार में इस बार “मुख्य मुकाबला एनडीए और जनसुराज के बीच” होगा, जबकि महागठबंधन तीसरे स्थान पर रहेगा।
इस पर कुशवाहा ने पलटवार करते हुए कहा:

“प्रशांत किशोर का यह कहना पूरी तरह काल्पनिक है। जनता उनके अभियान को गंभीरता से नहीं ले रही। उनका जनसुराज अभी संगठनात्मक रूप से भी तैयार नहीं है।”

कुशवाहा ने तंज कसते हुए कहा कि प्रशांत किशोर ने “जनसुराज” का नाम तो खूब प्रचारित किया, लेकिन जमीनी हकीकत में ‘जनता के बीच उनकी पकड़ बहुत कमजोर’ है।


‘SIR पर बहुत शोर मचाया, क्या मिला?’ — महागठबंधन पर तंज

महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कुशवाहा ने कहा,

“उन्होंने SIR पर बहुत शोर मचाया। लेकिन उन्हें क्या मिला? क्या आज जनता के बीच SIR पर कोई चर्चा है? ये लोग जनता के मुद्दों से भटक चुके हैं। जनता ने इन्हें पहले ही नकार दिया है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन जनता की समस्याओं की बजाय भावनात्मक मुद्दों पर चुनाव लड़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन इस बार जनता विकास को ही वोट देगी।


लालू यादव पर सीधा हमला

कुशवाहा ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनके शासनकाल में दलित और पिछड़े तबके को राजनीतिक प्रतिनिधित्व से वंचित रखा गया।

“जब लालू प्रसाद यादव 15 साल तक सत्ता में थे, तब किसी दलित को वार्ड सदस्य बनने की भी इजाजत नहीं थी। न महिलाओं को, न पुरुषों को। ये वही लोग अब फिर से सत्ता में लौटने के लिए प्रलोभन दे रहे हैं, लेकिन जनता उनकी असली पहचान जान चुकी है।”

उन्होंने कहा कि लालू यादव का शासन सामाजिक न्याय के नाम पर सिर्फ सत्ता-सुरक्षा का माध्यम था, न कि जनहित की राजनीति।


नीतीश कुमार की तारीफ: ‘NDA ने बदला बिहार का चेहरा’

नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए RLM प्रमुख ने कहा कि NDA सरकार ने बिहार में सामाजिक प्रतिनिधित्व और विकास दोनों को मजबूत किया है।

“जब नीतीश कुमार ने सत्ता संभाली, तो दलितों और पिछड़ों के लिए आरक्षण में पारदर्शिता लाई गई। अब पंचायत स्तर पर हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित हुई है। यह काम पहले किसी ने नहीं किया।”

उन्होंने कहा कि NDA सरकार ने ‘विकास के साथ सम्मान’ की राजनीति की है और यही उसकी सबसे बड़ी ताकत है।


‘नीतीश कुमार ही NDA का चेहरा’

मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर सवाल पूछे जाने पर उपेंद्र कुशवाहा ने साफ कहा,

“नीतीश कुमार हमारे मुख्यमंत्री का चेहरा हैं। चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा जा रहा है और जनता उनके अनुभव पर भरोसा करती है।”

उन्होंने दावा किया कि NDA सरकार दो-तिहाई बहुमत से सत्ता में लौटेगी और बिहार में स्थिरता और विकास का नया अध्याय शुरू होगा।


RLM के 6 उम्मीदवार मैदान में

बिहार विधानसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक मंच (RLM) ने 6 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।

क्रमांक विधानसभा सीट उम्मीदवार का नाम
1 सासाराम आलोक कुमार सिंह
2 मधुबनी माधव आनंद
3 पारू मदन चौधरी
4 बाजपट्टी रमेश्वर कुमार महतो
5 दिनारा आलोक कुमार सिंह
6 उजियारपुर प्रशांत कुमार पंकज

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर, दूसरे चरण की 11 नवंबर को होगी, जबकि 14 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।


राजनीतिक विश्लेषण: ‘तीसरे मोर्चे की राह मुश्किल’

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि उपेंद्र कुशवाहा का बयान इस बात का संकेत है कि बिहार में फिलहाल दो ही ध्रुवीय मुकाबला है।
जनसुराज या अन्य छोटे दलों के लिए जगह बनाना कठिन साबित हो सकता है।

विश्लेषकों के मुताबिक, NDA बनाम महागठबंधन की जंग में तीसरा मोर्चा मात्र प्रतीकात्मक प्रभाव ही डाल पाएगा।


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. उपेंद्र कुशवाहा ने क्या कहा?
A1. उन्होंने कहा कि जनसुराज का कोई प्रभाव नहीं है और मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है।

Q2. क्या उन्होंने प्रशांत किशोर पर निशाना साधा?
A2. हां, उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर का जनसुराज जनता के बीच कोई पकड़ नहीं बना पाया है।

Q3. कुशवाहा ने लालू यादव पर क्या आरोप लगाया?
A3. उन्होंने आरोप लगाया कि लालू यादव के शासन में दलित और पिछड़े वर्गों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व से वंचित रखा गया था।

Q4. NDA का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा?
A4. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार ही NDA के मुख्यमंत्री का चेहरा हैं।

Q5. RLM कितनी सीटों पर चुनाव लड़ रही है?
A5. RLM कुल 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है।

Q6. बिहार चुनाव की तारीखें क्या हैं?
A6. पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर, दूसरे की 11 नवंबर को होगी और 14 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे।


🔗 External Source: NDTV Bihar Election 2025 Coverage

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