
1 अगस्त 2025 से UPI बैलेंस चेक पर लगेगी लिमिट: NPCI का नया नियम जानें
UPI New Rules 2025: अगर आप भी रोज़ाना UPI का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने 21 मई 2025 को एक नया सर्कुलर जारी किया है, जिसके तहत 1 अगस्त 2025 से नए UPI नियम लागू होंगे। सबसे बड़ा बदलाव: अब कोई भी यूजर एक दिन में अधिकतम 50 बार ही बैंक बैलेंस चेक कर सकेगा।
क्या है नया नियम?
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UPI बैलेंस चेक लिमिट:
1 अगस्त 2025 से, यूजर्स अधिकतम 50 बार प्रतिदिन ही UPI ऐप से अपना बैंक बैलेंस देख पाएंगे। -
पीक आवर्स में लिमिटेड API एक्सेस:
सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम 5 बजे से रात 9:30 बजे तक, बिना ज़रूरत के बैलेंस चेक, स्टेटस चेक और ऑटोपेमेंट रिक्वेस्ट्स को ब्लॉक किया जाएगा। -
हर सफल ट्रांजैक्शन के बाद बैलेंस दिखेगा:
अब हर UPI लेनदेन के बाद, यूजर को बैलेंस स्वतः दिखाया जाएगा, ताकि बार-बार बैलेंस चेक न करना पड़े।
ये क्यों ज़रूरी है?
NPCI का मानना है कि बार-बार बैलेंस चेक करने से UPI नेटवर्क पर भारी लोड पड़ता है, जिससे:
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लेनदेन में देरी होती है
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नेटवर्क स्लो हो जाता है
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ट्रांजैक्शन फेल होने की संभावना बढ़ती है
इसलिए यह नया नियम नेटवर्क को स्थिर और सभी के लिए समान रूप से सुलभ बनाने के उद्देश्य से लाया गया है।
ऑटोपेमेंट्स पर भी होगा असर
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Netflix, SIP जैसे ऑटोपेमेंट्स अब केवल नॉन-पीक आवर्स में प्रोसेस होंगे।
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एक बार प्रयास के बाद, तीन बार धीमी गति से पुनः प्रयास (retry) की अनुमति होगी।
बैंकों को क्या करना होगा?
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31 जुलाई 2025 तक सभी बैंकों और PSPs को नए नियम लागू करने होंगे।
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31 अगस्त 2025 तक NPCI को लिखित रिपोर्ट देनी होगी कि वे सभी API को नियंत्रित क्यू सिस्टम के तहत चला रहे हैं।
Bzeepay COO मुशर्रफ हुसैन का बयान
“यह बदलाव कुछ व्यापारियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन UPI के स्थायित्व और व्यापक उपयोगकर्ता अनुभव के लिए यह बेहद ज़रूरी है।”